संगठन का विकास सहकारिता से मह्त्वपूर्ण : चौहान
उदयपुर, 18 अगस्त। सहकारिता से समृद्धि एवं अन्त्योदय से लक्षपूर्ति श्रेष्ठ मार्ग है। उपरोक्त कथन के साथ सम्बोधन करते हुए भाजपा सहकारिता प्रकोष्ट प्रदेश सयोजक प्रमोद सामर ने आज उदयपुर देहात जिला सहकारिता प्रकोष्ट की एक दिवसीय कार्यशाला के समारोह सत्र में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारिता को स्वीकृति सेवा प्रदान करने वाली एक सशक्त और वीर जीवन्त व्यवस्था के रूप में विकसित करने पर जोर देते हुए सहकारिता को लाभदायक रोजगार प्रदान करने वाली एवं उत्पादन एवं उपभोगता के बीच संपर्क स्थापित करने वाली संस्थान के रूप में समर्पित एवं सम्बंधित करने पर कार्य योजना के क्रियान्वति की जाए।
बलीचा भाजपा कार्यलय में प्रात 11 बजे, गीत, वन्देमातरम, दीपप्रज्वयन से प्रारम्भ कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में जिला महामन्त्री दीपक शर्मा द्वारा स्वागत एवं कार्ययोजना प्रारूप जानकारी से प्रारम्भ की गई।
उद्घाटन एवं परिचय सत्र में प्रकोष्ठ जिला सयोजक केशव लाल छाजेड़ ने सम्पूर्ण कार्ययोजना प्रस्तुत करते हुए व्रत रखा।
भाजपा जिलाध्यक्ष चन्द्रगुप्त चौहान ने सुभारम्भ सत्र के सम्बोधन में कहा की कृषि, ग्रामीण उद्योग एवं कृषक के वस्तुओ के विपणन एवं निर्यात के काम में सहकारिता अपनाते हुऐ बंधू कृषको एवं मजदुर, कारीगरों को रोजगार प्रदान किया जाए।
चौहान ने जिले की सहकारी कार्य एवं उपलब्धि, विकास पर भी प्रकाश डाला
द्वितीय सत्र में चर्चा, सुझाव, मार्गदर्शन में भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष भवर सिंह पवार, तख़्त सिंह शक्तावत, डेयरी पूर्व अध्यक्ष डॉ गीता पटेल पूर्व निर्देशक महेंद्र औदिच्य, सहकार संघ अध्यक्ष डाया लाल लबाना, भूमि विकास बैंक अध्यक्ष रेवाशंकर गायरी, क्रय विक्रय अध्यक्ष फतेहनगर शंकर पालीवाल, सलूम्बर परमानन्द मेहता, सराड़ा डी. पी. मीणा, पूर्व विधायक दलीचंद दांगी, पूर्व प्रधान मुरारी बंबोरिया फतेहनगर, न. पा. उपाध्यक्ष नितिन सेठिया, कानोड़ पूर्व न. पा. अध्यक्ष अनिल शर्मा, पूर्व निर्देशक रामचंद्र सोनी, मोहन जाट, नरेंद्र मीणा ने सहकारी संस्थागत जानकारी प्रतिभागियों को प्रदान की
महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रीतू अग्रवाल, शंकर खराड़ी, अनुसूचित जाती मोर्चा के मुकेश खरीक ने मोर्चा में सहकारिता की महत्ता एवं उपयोगिता के साथ कार्ययोजना प्रस्तुत की।
कार्ययोजना शिविर के समापन सत्र में 60 प्रतिभागियों के सुझाव के पश्चात सर्वसम्मति से सदस्य्ता हेतु संवाद, संपर्क, सक्रियता, स्वाध्याय हेतु शिक्षण प्रशिक्षण, प्रत्येक संस्था पर प्रभारी एवं सयोजक, व्यापकता एवं विस्तार हेतु जिला मंडल विधान सभा एवं ग्राम सेवा एवं दुग्ध सहकारी समिति तक संगठनात्मक तंत्र , शीर्ष से जमीनी सतह तक चिंतनमंथन बैठक सहकारिता से संगठन निर्णय को पूर्व अनुशासन एवं परिलक्ष्य से समर्पित एवं सहकर भाव से करने का प्रदेश सयोजक प्रमोद सामर ने सभी को सम्बोधित किया।
कार्ययोजना में सहकार विद एवं विविध सहकारी संस्थाओ के निदेशक अध्यक्ष उपाध्यक्ष सर्व श्री मानसिंह, भगवती जोशी, गोपाल गुर्जर, गणेश कुमावत, सूंदर जैन,अनिल जारोली, ख़याली जैन, भारत व्यास, भारत मीणा, दुदाराम पटेल, वालाराम पटेल, निर्मल गरिसिया, नीलम पुरोहित, शांतिलाल जैन, शंकर सुथार, धुलेशर कलाल, जियाराम, मुकेश मीणा, किशन मेघवाल, मधुसूदन पारीक, देवीलाल डांगी, गंगाराम डांगी, भगवती मेनरीया, अशोक मोर, लालचंद सुथार, कुश्यंत भट, आदि ने भी विचार व्यक्त किए।