कहा, जिसने पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं का अपमान किया, उसे ही दिया टिकट
उदयपुर, 22 अक्टूबर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की दूसरी सूची में उदयपुर शहर से ताराचंद जैन के प्रत्याशी बनाए जाने पर नगर निगम के उप महापौर पारस सिंघवी खुलकर विरोध में उतर गए हैं। सिंघवी ने कहा, जिसने पार्टी और कार्यकर्ताओं का अपमान किया, उसे ही पार्टी ने टिकट दिया, इसका परिणाम पार्टी को भुगतना पड़ेगा।
उप महापौर पारस सिंघवी ने सोशल मीडिया पर लाइव आते हुए कहा, जिसे पार्टी ने टिकट दिया, उसने गत विधानसभा चुनाव में गुलाबचंद कटारिया को हराने के लिए काम किया था। यहां तक अगल से कमल दल बनाकर पार्टी और कार्यकर्ताओं को चुनौती दी थी। सिंघवी ने पार्टी प्रत्याशी जैन पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा, वह ना तो जैन हैं और ना ही सनातनी। पार्टी ने क्या सोच कर उन्हें प्रत्याशी बनाया, समझ से बाहर है। इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा।
कटारिया को बताया जिम्मेदार, कहा क्षेत्रीय राजनीति में जहर खोल रहे वह
उप महापौर पारस सिंघवी ने कहा, यह सब असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया का किया धरा है। जिन्होंने उनके हाथ से सार्वजनिक रूप से पगड़ी पहनने से इंकार कर दिया था, उसी को कटारिया ने टिकट दिलाया। वह यहां की क्षेत्रीय राजनीति को गंदा करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कटारिया को सुझाव दिया कि वह अपने असम में समय बिताएं। यहां उन्हें गली—गली घूमने की जरूरत नहीं।
प्रदेश अध्यक्ष जोशी लड़ें उदयपुर से
सिंघवी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को उदयपुर शहर सीट से लड़ने का न्यौता दिया। उन्होंने कहा कि यदि सीपी जोशी को यहां से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए। ऐसा होता है तो वह तन—मन—धन से उनके चुनाव प्रचार में जुट जाएंगे। उन्होंने कहा, यदि इसके बावजूद पार्टी ने ताराचंद जैन को ही यहां से चुनाव लड़ाया तो वह किसी भी हद को पार कर सकते हैं।
जैन बोले, चार दिन में पारस सिंघवी होंगे हमारे साथ
इधर, भाजपा प्रत्याशी ताराचंद जैन ने कहा कि टिकट की दौड़ में पारस सिंघवी सहित अन्य कई लोग थे। टिकट एक ही व्यक्ति को मिलता है, ऐसे में दूसरे व्यक्ति को थोड़ा—बहुत दर्द तो होता है। पारस सिंघवी की स्थिति वह समझ सकते हैं लेकिन हमको विश्वास है कि चार दिन बाद वह उनके साथ होंगे। वह पार्टी और कमल को नहीं छोड़ सकते।
उदयपुर में भाजपा प्रत्याशी जैन के विरोध में खुलकर उतरे उप महापौर सिंघवी
