सनातनी चातुर्मास – जगदगुरु शंकराचार्य आज आएंगे

-54 कुण्डीय मां बगलामुखी महायज्ञ परिसर में सुबह से रात तक श्रद्धालुओं की रेलमपेल

उदयपुर, 22 अक्टूबर। काशी सुमेरू पीठ के जगदगुरु शंकराचार्य नरेन्द्रानंद सरस्वती सोमवार सुबह उदयपुर पधार रहे हैं। वे उदयपुर के बड़बड़ेश्वर महादेव मंदिर में निरंजनी अखाड़ा के मढ़ी मनमुकुंद दिगम्बर खुशाल भारती महाराज के सान्निध्य में चल रहे सनातनी चातुर्मास में चल रहे 54 कुण्डीय मां बगलामुखी आराधना महायज्ञ में श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। वे दो दिन यहां रहेंगे। विजयदशमी पर 24 अक्टूबर को उनके सान्निध्य में इस महायज्ञ की पूर्णाहुति होगी।

मीडिया संयोजक मनोज जोशी ने बताया कि कोलाचार्य माई बाबा के नेतृत्व में चल रहे इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति 24 अक्टूबर को सुबह सवा ग्यारह बजे होगी। इसमें काशी सुमेरू पीठ के जगदगुरु शंकराचार्य नरेन्द्रानंद सरस्वती का सान्निध्य रहेगा। जगदगुरु शंकराचार्य 23 अक्टूबर सुबह 7.30 बजे उदयपुर पधारेंगे। उनकी महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर श्रद्धालुओं द्वारा अगवानी की जाएगी। वहां से उन्हें सम्मानपूर्वक उनके विश्राम स्थल तक लाया जाएगा। कुछ देर विश्राम के उपरांत वे महायज्ञ की परिक्रमा करने पधारेंगे। सनातनी चातुर्मास परिसर के नजदीक ही उनके विश्राम की व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालु उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। विजयदशमी पर 24 अक्टूबर को पूर्णाहुति के बाद वे यहां से प्रस्थान करेंगे।

इस बीच, महायज्ञ के आठवें दिवस रविवार को सम्पूर्ण महायज्ञ में स्थायी रूप से बैठ रहे जजमानों के साथ एक दिवस के लिए शामिल होने वाले जोड़ों की संख्या भी अधिक रही। साथ ही, अवकाश का दिवस होने से महायज्ञ शाला की परिक्रमा का लाभ लेने भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। परिक्रमा का क्रम रात को भी चल रहा है।

नियमित रूप से यज्ञ आरंभ होने से पूर्व पंडित विकास पराशर, पंडित जयकिशन शर्मा द्वारा ऋग्वेद के विष्णु सूक्त, रुद्र सूक्त, शांति सूक्त का पारायण किया जा रहा है। महायज्ञ में रविवार को वेद ऋचाओं के साथ ओम फट् स्वाहा की गूंज रही। यज्ञकुण्डों में 108 तरह की जड़ी-बूटियों के मिश्रण व घृत की आहुति ने सम्पूर्ण परिसर को सुवासित कर दिया। दोपहर बाद जहां एक ओर श्रद्धालु कोलाचार्य माई बाबा, आचार्य कालीचरण महाराज व अन्य साधकों से आशीर्वाद ले रहे हैं तो कई श्रद्धालु दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक देवी भागवत पुराण का श्रवण कर रहे हैं।

200 से अधिक ने उठाया निशुल्क आयुर्वेद न्यूरो थैरेपी का लाभ

-मां बगलामुखी आराधना महायज्ञ परिसर में सिद्धि विनायक थैरेपी सेंटर की ओर से दो दिवसीय आयुर्वेद न्यूरो थैरेपी की सेवा निशुल्क प्रदान की गई। इस सेवा का 200 से अधिक श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया। सेंटर प्रभारी प्रदीव राव मराठा ने बताया कि दो दिन के दौरान घुटना दर्द, कमर दर्द, साइटिका, स्लिप डिस्क, सर्वाइकल, एड़ी दर्द, लकवा, फ्रोजन शोल्डर, शुगर, पेट संबंधित, जोड़ों के दर्द आदि के लिए थैरेपी की गई और परामर्श भी दिया गया। प्रवीण ने बताया कि इससे पहले वे सात दिन तक उन्होंने सनातनी चातुर्मास में उपस्थित साधु-साधकों को भी थैरेपी की सेवा उपलब्ध कराई। उनका सेंटर देश भर में विभिन्न स्थानों पर होने वाले विभिन्न समाजों के चातुर्मास में संतों को थैरेपी की सेवा निशुल्क उपलब्ध कराता है।

By Udaipurviews

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