हिरणमगरी क्षेत्र में निकली जन तिरंगा यात्रा
उदयपुर, 14 अगस्त। ‘वन्दे मातरम्, सुजलां सुफलाम्, मलयजशीतलाम्, शस्यश्यामलाम्, मातरम्।’’
राष्ट्रगीत वंदेमातरम के सामूहिक सस्वर गायन के साथ संतों के नेतृत्व में रविवार सुबह जैसे ही हिरण मगरी सेक्टर-3 के विवेकानंद पार्क से जन तिरंगा यात्रा शुरू हुई तो सैकड़ों कंठों से समवेत स्वरों में भारत माता के जयकारे गूंज उठे। देशभक्ति गीतों की सुरलहरियों पर जैसे ही जन तिरंगा यात्रा के कदम बढ़े तो मार्ग के दोनों ओर स्थित प्रतिष्ठानों और घरों से भी लोग बाहर आए। कुछ ने तिरंगा यात्रा का स्वागत किया तो कुछ हाथों में तिरंगा थाम यात्रा में शामिल होते गए। हिरणमगरी उपनगरीय क्षेत्र के विभिन्न मार्गों से गुजरती यात्रा का जगह-जगह विभिन्न संगठनों की ओर से स्वागत किया गया। यात्रा महावीर विद्या मंदिर पहुंच कर सम्पन्न हुई। यात्रा का प्रमुख आकर्षण आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 75 फीट लम्बा तिरंगा रहा।
‘मैं भी चलूं, तुम भी चलो, आओ हम सब मिलकर चलें और मनाएं आज़ादी का अमृत महोत्सव’ इस संदेश के साथ जन तिरंगा यात्रा के शुभारम्भ पर मेलड़ी माता मंदिर के महंत वीरमदेव तथा बड़े रामद्वारा के महंत चेतन राम महाराज ने आशीर्वचन प्रदान किया। महंत चेतनराम ने कहा कि भारत पुनः अखंड हो यही संतों का देश के सभी वर्गों को संदेश है। राष्ट्र की सरकार को इस दिशा में प्रयास करने चाहिए।
यात्रा के संयोजक मनोज जोशी ने संतों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत की आजादी संत और संन्यासियों के संन्यासी आंदोलन का परिणाम है। संन्यासियों ने गांव-गांव रोटी और कमल के माध्यम से धन व धर्म की रक्षार्थ अंग्रेजों से विद्रोह की अलख जगाई। सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की पृष्ठभूमि में संन्यासी आंदोलन ही प्रमुख रहा। आज भी समाज को संतों व संन्यासियों से मर्गदर्शन प्राप्त कर समाज हित में कार्य करने की आवश्यकता है।
यात्रा बीएसएनएल कार्यालय, सेक्टर-4 होते हुए सेटेलाइट हॉस्पिटल से महावीर विद्या मंदिर पहुंचकर राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुई। कमाण्डो मार्शल आर्ट्स एकेडमी तथा महावीर विद्या मंदिर के विद्यार्थी देशभक्ति के नारे लगाते चले। यात्रा में माताएं, बहिनें, युवक-युवतियां, बच्चे राष्ट्रभक्ति गीतों पर झूमते नाचते चले। 75 फीट लम्बे तिरंगे को समाज के वरिष्ठ नागरिकों ने सम्भाल रखा था। कई तो 80 वर्ष की आयु के थे। यात्रा में उपमहापौर पारस सिंघवी, वरिष्ठ समाजसेवी दिनेश भट्ट, एमजी वार्ष्णेय, पुष्कर लोहार, गोविंद दीक्षित, चेतन सनाढ्य, गिरीश शर्मा, कमलेन्द्र सिंह पंवार, रमन सूद, ललित बाफना, कमलेन्द्र सिंह, आदि गणमान्य भी शामिल हुए। कानून व्यवस्था के तहत साथ चल रहे हिरण मगरी सीआई रामसुमेर मीणा सहित अन्य पुलिसकर्मियों के वाहनों पर भी तिरंगा सजा हुआ था।
यात्रा के सहसंयोजक प्रदीप विजयवर्गीय ने सभी सहयोगकर्ताओं तथा समाज संगठन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि शांतिलाल शर्मा, हेमंत जैन, रवि अग्रवाल, ज्ञान सिंह, प्रवीण मारवाड़ी, संजीव जैन, चंद्रप्रकाश सुहालका, लोकेश गौड़, प्रदीप लाहोटी, कमलेश परमार ने विभिन्न व्यवस्थाएं संभालीं।