उदयपुर के विद्याभवन में इंजीनियर्स डे पर सुअभियांत्रिकी सेमिनार का हुआ आयोजन
उदयपुर। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस युग मे ऐसी स्मार्ट तकनीकों-सुअभियांत्रिकी की आवश्यकता है, जो प्रकृति व इंसानों के लिए सुरक्षित हो, सशक्त हो, पर्यावरण व मानवीय गरिमा के प्रति संवेदनशील हो तथा सामाजिक मूल्यों की पुनर्स्थापना कर सर्व समाज के समग्र विकास को सुनिश्चित करती हो। सुअभियांत्रिकी से सम्पूर्ण विश्व स्वस्थ, सुखी व समृद्ध बनेगा। यह विचार अभियंता दिवस पर विद्या भवन पॉलिटेक्निक में आयोजित सेमिनार में व्यक्त किये गए।
सेमिनार का विषय स्ट्रॉन्गर फाइव एस फ़ॉर इंजीनियरिंग-स्मार्ट, सेफ सेंसिटिव, सोशिएबल था। जिसे पॉलिटेक्निक कॉलेज की पूर्व विद्यार्थी संस्था, सक्षम संस्थान, राष्ट्रीय सेवा योजना, आईएसटीई चेप्टर, इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स स्टूडेंट चेप्टर, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि ईको क्लब, वृक्षम अमृतम सेवा संस्थान, विवेकानंद यूथ क्लब द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजविद पुष्पा शर्मा थी। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ अनिल मेहता ने की। प्रदूषण नियंत्रण मंडल के पूर्व वरिष्ठ अभियंता नवीन व्यास, विद्या भवन के सचिव गोपाल बम्ब, वरिष्ठ अभियंता यशवंत त्रिवेदी, सक्षम संस्थान के अध्यक्ष कैलाश बृजवासी, सिविल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष जेपी श्रीमाली ने सेमिनार के उपविषयों पर विचार रखे।
अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित प्रथम सत्र में सहभागी तकनिकीविदों की राय रही कि यदि सृजनात्मकता तथा संवेदनशीलता के साथ एआई का प्रयोग होता है तो वह मानव समाज के लिए लाभदायी सिद्ध होगी। उद्यमिता पूर्ण तकनीकी शिक्षा पर आयोजित सत्र में राय उभरी कि मौजूदा वैश्विक समस्याओं व चुनौतियों का निराकरण करने करने वाली तकनीकी सोच, हुनर, ईमानदारी, परिश्रम—अनुशासन जैसे गुणों से युक्त व्यापार कौशल से सामाजिक आर्थिक प्रगति प्राप्त होगी। सेमिनार में वृक्षम अमृतम सेवा संस्थान द्वारा तैयार वृक्ष महत्व विषयक पोस्टर का विमोचन किया गया तथा इकतीस पौधे भेंट किये गए। कार्यक्रम में पॉलिटेक्निक के विद्यार्थी अमन टांक द्वारा तैयार एआई आधारित लर्निंग प्लेटफॉर्म का प्रस्तुतीकरण हुआ।