उदयपुर, 7 सितम्बर। किसी भी अस्पताल में जाने से पहले यदि सुविधाओं के बारे में मालूम हो तो इलाज कराने में दिक्कत नहीं रहती एवं अनावश्यक परेशानी से बच सकते हैं। इसके मद्देनजर राजकीय बाल चिकित्सालय में मरीजों की सुविधा के लिए उपलब्ध सेवाओं की सूचना कॉरिडोर, वार्ड आदि जगहों पर लगाई गई है।
अधीक्षक डॉ आर एल सुमन ने बताया कि महाराणा भूपाल अस्पताल अब एनएबी एक्रेडिटेड हो चुका है। गुणवत्ता में पूरा ध्यान दिया जा रहा है। बाल चिकित्सालय आधुनिक रूप से हाईटेक होता जा रहा है। बाल चिकित्सालय में ओपीडी सर्विसेज, आईपीडी सर्विसेज, गहन चिकित्सा इकाई, नवजात शिशु ज्ञान चिकित्सा इकाई, वेंटिलेटर, सेंट्रल लाइन ऑक्सीजन, हाई फ्रिक्वेंसी वेंटीलेटर, एचएफएनसी, फोटोथेरेपी मशीन, थैलेसीमिया की जांच मशीन इलेक्ट्रोफॉरेसिस, पीडियाट्रिक सर्जरी ऑपरेशन थिएटर, लैबोरेट्री सर्विसेज, स्पायरोमेट्री, इलेक्ट्रो एन्सेफेलोग्राफी, बेडसाइड मॉनिटर्स, डिजिटल एक्स-रे, सरवर कूलिंग सिस्टम, बिलुरुबिनोमीटर, बंबू टेंपरेचर डिजिटल वेइंग स्केल्स आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं। मरीजों को इन सुविधाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एनएबीएच के तहत पोस्टर्स के रूप में स्कोप आफ सर्विसेज ओपीडी, आईपीडी, कॉरिडोर्स में लगाई जा चुके हैं। साथ ही चिरंजीवी योजना, आरजीएस योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना, कुपोषण वार्ड, डे केयर थैलेसीमिया इत्यादि की भी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। बाल चिकित्सालय संभाग का सबसे बड़ा बाल चिकित्सालय हैं। इसमें संभाग सहित भीलवाड़ा, सिरोही, पाली जिलों तथा पड़ौसी राज्यों से भी मरीज आते हैं। अभी हर साल करीब डेढ़ लाख मरीजों का आउटडोर एवं 40 से 50000 भर्ती मरीजों को सेवाएं देता है।
बाल चिकित्सालय में मरीज जान सकेंगे सुविधाओं के बारे में वार्ड-कॉरिडोर में लगाए पोस्टर्स
