जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अनोखी घटना सामने आई जालौर जिले में अलग-अलग चार मर्डर की घटनाओं को लेकर दलित संगठनो द्वारा बार-बार स्थानीय प्रशासन से कार्रवाई की मांग की लेकिन स्थानीय प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की। घटनाओं से आहत पीड़ित परिवार दुखी होकर जालौर जिले से पैदल यात्रा के रूप में अर्धनग्न जयपुर राजधानी में प्रवेश किया राजधानी में प्रवेश करते ही शासन प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और उन्हें गाड़ी में बैठकर शहीद स्मारक पर छोड़ा गया। अर्धनग्न पीड़ित परिवारों और आंदोलनकारीयों ने शहीद स्मारक जयपुर में धरना जारी कर दिया है। एक प्रदर्शनकारी भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष गोपाल परमार धरने के दौरान ही पैरालिसिस हो गए। इस मौके पर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राजस्थान प्रभारी एवम राष्ट्रीय नेता एडवोकेट (डा)नितिन शर्मा , प्रदेशाध्यक्ष डा राधामोहन सैनी , महासचिव विमल श्रीवास्तव , सजीव गौर महासचिव एवम पार्टी के अल्पसंख्यक प्रदेश अध्यक्ष आजाद खान शामिल थे
गीगराज जोडली ने जानकारी देते हुए बताया कि जालौर जिले के जसवंतपुरा थाना अंतर्गत संत रविदास हत्या प्रकरण सायला थाना अंतर्गत कालूराम मेघवाल की हत्या, आहोर थाना अंतर्गत महेंद्र मेघवाल कपूरा राम मेघवाल हत्या प्रकरण को लेकर लगभग 250 आंदोलनकारी अर्धनग्न अवस्था में जयपुर पहुंचे हैं और इन समस्त घटनाओं में न्याय की मांग को लेकर शाहिद स्मारक पर धरना दे रहे हैं। राजस्थान सरकार संवेदनहीन है दलित अत्याचार की घटनाएं चरम पर हैं अगर राजस्थान दलित अत्याचार की घटनाओं पर रोक नहीं लगी तो आने वाले समय में हम वोट की ताकत दिखाएंगे। और क्षेत्र में जाकर कांग्रेस की दलित विरोधी गतिविधियों का प्रचार करेंगे, एडवोकेट नितिन शर्मा ने बताया कि अभी अशोक गहलोत के राज में सशक्त राजस्थान नही अस्तव्यस्त राजस्थान हो रहा है , कानून का डर खत्म हो रहा है एवम अपराध बढ़ रहे है. गोपाल परमार गरीबों , दलित , की आवाज बन रहे है, आरपीआई पार्टी उनके साथ खड़ी है। प्रदेश अध्यक्ष राधा मोहन सैनी ने गहलोत सरकार को उखाड़ फेकने का एलान किया।
जयपुर में अर्धनग्न दलितों का धरना, आरपीआई ने उठाई आवाज
