करिश्मों की दुनिया में जुड़ा एक और कीर्तिमान
उदयपुर, 29 जुलाई। भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित उदयपुर निवासी जादूगर आंचल के ताज में आज एक सितारा और जुड़ गया जब 28 साल की उम्र में विश्वभर में 12500 स्टेज शो करने एवं 200 से ज्यादा शहरों में आंखों पर पट्टी बांध कर चार पहियों वाली गाड़ी चलाने के लिए द बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (यू.एस.ए.) के बिजनेस हेड श्री जयेश कोठारी ने उदयपुर के सुखाड़िया रंगमंच पर चल रहे आंचल के हाउसफुल शो में आज वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। यह जानकारी देते हुए जादूगर आचल ग्रुप के डायरेक्ट व आंचल के पिता गिरधारीलाल कुमावत ने बताया कि आंचल की कला व उपलब्धियों का संगम हमारी टीम को प्रोत्साहित करता है और नवाचार की ओर प्रेरित करता है।इस अवसर पर उदयपुर नगर निगम की राजस्व समिति के अध्यक्ष अरविन्द जारोली, बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की सम्पर्क प्रबन्धक पूनम मगरे सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
*आंचल का सफर*
उल्लेखनीय है कि 5 वर्ष की अल्पायु में अपनी जादुई यात्रा शुरू करने वाली आंचल इस समय अपनी कला से पूरे विश्व में धूम मचाए हुए है। इस मुकाम तक पहुचने के लिए आंचल ने बहुत साधना की है, एम.ए.साइकोलॉजी मे गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी आंचल वर्तमान में मेडिटेशन एवं माइंड रीडिंग में काफी समय देती है। शो के दौरान मैंने देखा है कि सालभर में लगभग 600 से 700 शो करने वाली आंचल की टीम पूरी शिद्दत के साथ दर्शकों में समा बांध देती है,।
टीवी और मोबाइल के इस जमाने में दर्शकों को थियेटर तक लाना कठिन जरूर है, मगर रोज कुछ नया करते हुए आंचल अपने शो को अपडेट करती रहती है और यही कारण है कि उदयपुर के सूचना केंद्र में लगातार 35 दिन तक हाउसफुल शो देने के बाद जनता की बेहद मांग पर आंचल ने नये करतबों के साथ उदयपुर के सुखाड़िया रंगमंच पर अपने शो पुनः शुरू किए हैं।
*आंचल का परिवार उसे देता है विशेष ऊर्जा*
आंचल के शो में उनका पूरा परिवार बड़ी शिद्दत से लगा हुआ है। एक और आंचल के पिताजी जहां पूरा मैनेजमेंट सम्भालते हैं वहीं उनकी माताजी फाइनेंसियल और छोटा भाई हर्षिल साउण्ड-लाइट का पूरा कार्य देखते हैं। शो में जो भी कुछ नयापन लाना होता है उसका सबसे बड़ा श्रेय आंचल अपने भाई को ही देती है।