जनसुनवाई में समस्याओं का समाधान पाकर मिली राहत
उदयपुर 21 जुलाई। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने गुरुवार को निरंतर चार घंटे एक ही सीट पर बैठक कर जनसुनवाई की और आमजन की समस्याओं का समाधान किया। हाल ही में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने पारदर्शी तरीके से आमजन की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू कर ग्राम पंचायत, ब्लॉक स्तर और जिला स्तर जनसुनवाई की व्यवस्था प्रारंभ की है। इसी क्रम में गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट के डीओआईटीसी कार्यालय में जनसुनवाई का आयोजन हुआ। इस दौरान सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे, तो वहीँ ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े।
जनसुनवाई में 176 प्रकरणों में से 19 का मौके पर ही निस्तारण किया एवं शेष के त्वरित निस्तारण कर रिपोर्ट प्रेषित करने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। लोगों की समस्याओं को गंभीरता और इत्मीनान से सुनते हुए कलक्टर ने अधिकारियों को त्वरित राहत पहुँचाने के निर्देश दिए।
कोई मुआवज़े की आस लेकर तो कोई अतिक्रमण की शिकायत लेकर पहुंचा
जिला स्तरीय जनसुनवाई में कलक्टर के समक्ष विभिन्न प्रकार के प्रकरण आए। इसमें खातेदारी सम्बन्धी प्रकरण, अतिक्रमण, फसल खराबे का मुआवजा, नाली निकासी, विद्युत और पानी कनेक्शन, सड़क सम्बन्धी प्रकरण लेकर आमजन उपस्थित हुए। झाडोल निवासी नाथूलाल पर्याप्त मुआवजा राशि न मिलने का प्रकरण लेकर उपस्थित हुआ, जिस पर कलक्टर ने झाडोल उपखंड अधिकारी को जांच पर प्रकरण सही पाए जाने की स्थिति में मुआवजा दिलाने के निर्देश दिए।
ऐसे ही चमनपुरा हाथीपोल निवासी ओमप्रकाश खटीक अपनी पीड़ा लेकर कलक्टर के समक्ष उपस्थित हुए। उन्होंने अपने घर के निकट पड़ौसी द्वारा अवैध निर्माण होने की शिकायत दी जिस पर कलक्टर ने नगर निगम आयुक्त को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी प्रकार से मावली तहसीलदार को एक प्रकरण की सुनवाई करते हुए प्रार्थी के गाँव में जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने हेतु कहा। इसी तरह से जिलेभर से कई परिवादी पीड़ा लेकर उपस्थित हुए।
अधिकारियों की संवेदनशीलता से आमजन को मिली राहत
जिला स्तरीय जनसुनवाई में अधिकारी निरंतर समस्याओं को सुनने के लिए डटे रहे। आमजन की समस्याओं के समाधान हेतु इस प्रकार प्रशासन की गंभीरता देख कर लोगों ने भी मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त किया और विश्वास जताया कि उन्हें प्रशासन पर विश्वास है कि उन्हें राहत अवश्य मिलेगी।