उदयपुर, 7 जून। मुख्यमंत्री बजट घोषणा अंतर्गत 40 दिवसीय जनजाति खेल प्रतिभा प्रशिक्षण शिविर बुधवार को खेलगांव के तीरंदाजी कोर्ट में प्रारंभ हुआ। शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनजाति आयुक्त मयंक मनीष ने कहा कि जनजाति क्षेत्रों में खेलों के विकास सरकार लगातार प्रयासरत है और इस प्रकार के प्रशिक्षणों से खेलों में प्रतिभाओं को तराशने व निखारने के साथ उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ये प्रतिभाएं उच्च प्रशिक्षण प्राप्त कर राज्य, राष्ट्र व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेकर उदयपुर को गौरवान्वित करेंगी। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान खेलों के नियमों की जानकारी देते हुए खिलाड़ियों को अनुशासन के साथ अपना प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। आयुक्त ने प्रशिक्षण में भाग ले रहे सभी खिलाड़ियों का राजीव गांधी ग्रामीण व शहरी ओलंपिक में पंजीकरण करवाने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त आयुक्त अनिल कुमार शर्मा ने खिलाड़ियों को खेल भावना से प्रशिक्षण प्राप्त करने की बात कही। प्रारंभ में टीएडी उपायुक्त पर्वत सिंह चुण्डावत प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि प्रशिक्षण के दौरान तीरंदाजी, कबड्डी, वॉलीबॉल, हॉकी तथा एथलेटिक्स के खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जनजाति विभाग के खेल सलाहकार पवन कुमार अमरावत ने शिविर में उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ व सिरोही के खेल अकादमियों के 100 खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। आयुक्त ने सभी खिलाडियों को शपथ दिलाकर विधिवत शुभारंभ को घोषणा की और तीरंदाजी कोर्ट पर तीर चलाकर और वालीबॉल की सर्विस कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अमृता दाधीच ने किया।