-जनता का पैसा जनता पर हो रहा खर्च
-महंगाई राहत शिविरों में दी गई गारंटी कर रहे पूरी
-मुख्यमंत्री ने भीलवाड़ा जिले की लाभार्थी सुनीता कोली और असमा बानू से किया सीधा संवाद
-जिले के 52,064 परिवारों के बैंक खातों में सब्सिडी का सीधे हस्तांतरण
गहलोत सोमवार को जयपुर स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय लाभार्थी उत्सव में इंदिरा गांधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना के लाभार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बटन दबाकर एक साथ 14 लाख लाभार्थियों के खातों में 60 करोड़ रूपए के लाभ का हस्तातंरण किया। श्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को मुखिया बनाकर जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की जा रही है। इन योजनाओं के माध्यम से जनता का पैसा राहत के रूप में जनता पर ही खर्च किया जा रहा है। यह रेवडी न होकर जनसेवा का कार्य है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इन योजनाओं से जो बचत होगी, उसे लाभार्थी परिवार अपने बच्चों के भविष्य को संवारने, उनकी पढ़ाई तथा अन्य भरण-पोषण पर खर्च कर सकेंगे।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में राज्य बीज निगम अध्यक्ष धीरज गुर्जर, जिला कलक्टर आशीष मोदी, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक अक्षय त्रिपाठी, श्री अनिल डांगी सहित जनप्रतिनिधि, जिला स्तरीय अधिकारी और लाभार्थी उपस्थित रहें।
गहलोत ने कहा कि प्रदेशभर में महंगाई राहत कैम्प लगाए जा रहे हैं, इससे आमजन पर महंगाई का बोझ कम हुआ है। उन्होंने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से 10 योजनाओं के द्वारा लोगों को अधिकतम राहत पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को 500 रुपए में गैस सिलेण्डर, 25 लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज, न्यूनतम 1000 रुपए पेंशन, दुधारू पशुओं का बीमा, अन्नपूर्णा फूड किट, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना तथा घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट प्रतिमाह बिजली निःशुल्क, 200 यूनिट बिजली तक सभी सरचार्ज हटाने एवं कृषि उपभोक्ताओं के लिए प्रतिमाह 2000 यूनिट बिजली निःशुल्क दिए जाने जैसी योजनाएं लागू की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक महंगाई राहत कैम्पों से 1.43 करोड़ परिवार जुड़ चुके हैं तथा 6.44 करोड़ गांरटी कार्ड दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है।
केंद्र सरकार सामाजिक सुरक्षा कानून लागू करे
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार के उत्कृष्ट वित्तीय प्रबंधन से जनहितैषी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा तय मानकों को पूरा करने एवं अनुमति मिलने पर ही राज्य सरकारें विकास कार्यों के लिए ऋण लेती हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पूर्ववर्ती केंद्र सरकार द्वारा कानून बनाकर शिक्षा, सूचना, खाद्य सुरक्षा एवं रोजगार के अधिकार दिए गए, उसी तर्ज पर राज्य में आमजन को स्वास्थ्य का अधिकार कानून बनाकर दिया गया है। केंद्र सरकार को कानून बनाकर पात्र नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा का अधिकार देना चाहिए। केंद्र सरकार को राजस्थान के 13 जिलों के लिए महत्वपूर्ण पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करना चाहिए अन्यथा इसकी लागत में रिफाईनरी की तरह अप्रत्याशित वृद्धि होने की संभावना है।
मानवीय दृष्टि से लागू की गई पुरानी पेंशन योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मानवीय दृष्टि से पुरानी पेंशन योजना लागू की गई है। इससे कर्मचारियों में अपने भविष्य के प्रति सुरक्षा की भावना आई है। सेवानिवृत्ति के पश्चात कर्मचारियों का भविष्य शेयर मार्केट के अधीन नहीं रखा जा सकता है। देश के कई राज्यों ने राजस्थान की इस पहल का अनुकरण किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पूरे देश में ओपीएस लागू करनी चाहिए।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पूरे देश में 500 रूपए में गैस सिलेण्डर देने वाला राजस्थान एक मात्र राज्य है। मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि महंगाई राहत कैम्पों से आमजन को महंगाई की मार से राहत मिल रही है। इस अवसर पर महंगाई राहत कैंप एवं इंदिरा गांधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना पर लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।
सभी 33 जिलों में लाभार्थियों को लाभ हस्तांतरण
मुख्यमंत्री ने लाभार्थी उत्सव के दौरान भीलवाड़ा के 52064, अजमेर के 54694, अलवर के 59514, बांसवाड़ा के 25615, बारां के 29246, बाड़मेर के 67362, भरतपुर के 58515, बीकानेर के 54626, बूंदी के 26613, चित्तौड़गढ़ के 41445, चूरू के 56618, दौसा के 41532, धौलपुर के 25918, डूंगरपुर के 19718, हनुमानगढ़ के 36979, जयपुर के 80100, जैसलमेर के 17584, जालोर के 38115 तथा झालावाड़ के 39115 उपभोक्ताओं के खातों में लाभ हस्तांतरित किया।
गहलोत ने झुन्झुनूं के 47181, जोधपुर के 65767, करौली के 28460, कोटा के 27509, नागौर के 70517, पाली के 40731, प्रतापगढ़ के 15005, राजसमंद के 27873, सवाई माधोपुर के 26499, सीकर के 61153, सिरोही के 18817, श्रीगंगानगर के 45200, टोंक के 38950 और उदयपुर के 51553 उपभोक्ताओं को प्रत्यक्ष लाभ का हस्तांतरण किया।
बचत से सुरक्षित होगा भविष्य
लाभार्थियों से संवाद के दौरान श्री गहलोत ने उनसे महंगाई राहत कैम्पों में मिल रहे लाभ एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के सम्बन्ध में चर्चा की। उन्होंने जरुरतमंदों को बिना किसी तकलीफ के योजनाओं का लाभ देने की प्रतिबद्धता दोहराई। श्री गहलोत ने कहा कि पात्र परिवारों को हर महीने 500 रुपये में गैस सिलेण्डर दिया जा रहा है। जनता के पैसे से ही सरकार योजनाएं संचालित करती हैं, इसलिये राहत पाना आपका अधिकार है। उन्होंने कहा कि योजनाओं के लाभ से जो बचत होगी वह बच्चों के काम आ सकेगी, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित होगा।
महिलाओं को जल्द ही देंगे डेटायुक्त निःशुल्क स्मार्टफोन
गहलोत ने कहा कि जल्द ही महिलाओं को 3 वर्ष की इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ स्मार्टफोन उपलब्ध करवाने की शुरुआत होगी। यह भी महिलाओं के सशक्तीकरण का एक माध्यम है। मुख्यमंत्री ने उड़ान योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि अब जमाना बदल गया है। महिलाओं को संकोच छोड़कर माहवारी सम्बन्धी समस्याओं पर चर्चा करनी चाहिये। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि कोई भी परिवार महंगाई राहत कैम्पों में मिल रहे योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहे, इसके लिए वे अपनी भागीदारी निभाएं। राज्य सरकार की मंशा हर परिवार को लाभ देने की है। इसके लिये सभी लोग कैम्पों में जाकर आवश्यक रूप से अपना पंजीकरण करवाएं।
लाभार्थियों ने कहा- महंगाई की मार से राहत देने के लिए सरकार का आभार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से जुड़े लाभार्थियों से संवाद किया। लाभार्थी उत्सव के दौरान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सर्वप्रथम भीलवाड़ा जिले की दो महिला लाभार्थियों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री महोदय ने शहर के दादाबाड़ी निवासी, 43 वर्षीय महिला सुनीता कोली से संवाद करते हुए उनसे पूछा कि क्या उनके खाते में इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना की सब्सिडी आ गई है और कहा कि अपने मोबाइल में चेक कर बताओ की क्या राशि आ गई हैं? सुनीता कोली ने अपने मोबाइल पर आए मैसेज को मुख्यमंत्री महोदय की तरफ दिखाते हुए कहा कि उनके खाते में सब्सिडी की राशि आ गई है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सुनीता को इस बात की बधाई दी।
सुनीता ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ₹500 में गैस सिलेंडर की जो योजना चलाई हैं, इससे गरीबों को वाकई लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री महोदय ने सुनीता से कहा कि यह योजना पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी जी के नाम से चलाई गई है वह महिला थी और उन्होंने महिलाओं का देश और दुनिया में मान सम्मान बढ़ाया।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भीलवाड़ा जिले की दूसरी लाभार्थी सांगानेर रोड़ निवासी 36 वर्षीय असमा बानू से संवाद किया। असमा ने कहा कि उनके मोबाइल पर मैसेज आ गया है उन्हें सब्सिडी की राशि मिल चुकी है। मुख्यमंत्री महोदय ने असमा से पूछा कि क्या वह अब खुश है? असमा ने जवाब दिया कि राज्य सरकार ने इतनी अच्छी योजनाएं आमजन के लिए चलाई हैं, महंगाई से राहत पाकर बहुत खुश हैं। मुख्यमंत्री ने असमा से पूछा कि महंगाई से राहत के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से पूर्व आपको क्या परेशानी थी। असमा बानू ने बताया कि वह गरीब परिवार से है और 1150 रूपये में सिलेंडर ले पाना उनके लिए संभव नहीं था, बहुत परेशानी आ रही थी। लेकिन 500 रूपये में सिलेंडर मिलने से अब कोई समस्या नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री महोदय का आभार भी व्यक्त किया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में 52064 लाभार्थियों के बैंक खातों में 2 करोड़ 22 लाख 91 हजार रूपये राशि का हस्तांतरण
जिला रसद अधिकारी अमरेंद्र मिश्रा ने बताया कि कार्यक्रम में घरेलू गैस सिलेण्डर प्राप्त करने वाले जिले के 52,064 परिवारों के बैंक खाते में एक साथ 2,22,91,593 रूपये राशि सब्सिडी हस्तांतरित की गई। जिले में मंहगाई राहत कैम्प में अब तक इन्दिरा गांधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना के तहत 1,92,041 लाख लोगों यानि 61 प्रतिशत उपभोक्ताओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। कार्यक्रम आयोजन में रसद विभाग, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) ब्रह्मालाल जाट, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के संयुक्त निदेशक श्री पवन नानकानी, नगर परिषद आयुक्त हेमाराम, जनसंपर्क अधिकारी हेमन्त छीपा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।