उदयपुर। जिले की माण्डवा थाना पुलिस पर हमला करने वाले हिस्ट्रीशीटर रणिया और उसके अपराधी बेटे खातरू को पुलिस घटना के 25 दिन बाद भी पकड़ नहीं पाई लेकिन उसकी पत्नी को पीहर से गिरफ्तार करने में कामयाब रही। माना जा रहा है कि पुलिस की यह कार्रवाई रणिया और उसके बेटे को काबू में करने के लिए की है।
बताया गया कि पुलिस को बीती रात रणिया और उसके बेटे के खाखरिया गांव में आने की सूचना मिली थी। खाखरिया रणिया का ससुराल है, जहां वह अपनी पत्नी काली बाई के साथ आया था। काली बाई भी पुलिस पर हमला करने के मामले में नामजद थी। पुलिस ने खाखरिया गांव को घेरकर दबिश दी लेकिन वहां रणिया और उसका बेटा खातरू नहीं मिले लेकिन काली बाई उनके हाथ लग गई। जिसे गिरफ्तार कर उदयपुर लाया गया। अदालत में पेश किए जाने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
रणिया सहित तीन अपराधियों पर इनाम की घोषणा
कोटड़ा पुलिस उप अधीक्षक राजेश कसाना के निर्देशन में पुलिस पिछले 25 दिन से जंगल की खाक छान रही है लेकिन रणिया और उसके बेटे खातरू के बारे में सुराग नहीं मिल पा रहे। दोनों के खाखरिया गांव आने की सूचना पर थानाधिकारी रामसिंह के नेतृत्व में पुलिस दल ने दबिश दी लेकिन वहां भी वह नहीं मिले। अब पुलिस अधीक्षक ने माण्डवा पुलिस को घेरकर हमला करने और हथियार छीनने के मामले में अपराधी रणिया पुत्र देवा, खातरू पुत्र रणिया, झाला पुत्र रणिया पर उदयपुर 5-5 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा की है। जिसमें बताया है कि इन आरोपियों की सूचना देने या गिरफ्तारी में मदद करने वाले को पांच-पांच हजार का इनाम दिया जाएगा।
माण्डवा थानाधिकारी व पुलिसकर्मियों पर कर दिया था हमला
बताया गया कि पिछले महीने 27 अप्रेल को मांडवा थाना पुलिस छापरला गांव में हिस्ट्रीशीटर रणिया बुंबरिया के घर पर दबिश देने पहुंची थी। मांडवा थानाधिकारी उत्तमसिंह मेडतिया, एएसआई सूरजमल, जाब्ते के साथ कार्रवाई करने पहुंचे थे। उनके पहुंचने के दौरान पहले से तैयार बदमाशों ने पुलिस को घेर लिया। रणिया, उसके पुत्र खातरू, झाला ने पुलिस पर फायरिंग की और पथराव किया। पुलिस ने हथियार भी छीन लिए थे। हमले में थानाधिकारी उत्तमसिंह, कान्स्टेबल मनोज गंभीर रूप से घायल हो गए थे,जबकि अन्य पांच पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई।
हिस्ट्रीशीटर रणिया तो नहीं मिला, पीहर से उसकी पत्नी गिरफ्तार
