उदयपुर में घुमन्तु जाति के लिए छात्रावास एवं संस्कार केंद्र की आवश्यकता
उदयपुर, 2 अप्रेल। उदयपुर महानगर के घुमंतू जाति उत्थान न्यास की बैठक विद्या निकेतन बालिका विद्यालय सेक्टर 4 उदयपुर पर हुई। विभाग संघचालक हेमेंद्र श्रीमाली, प्रांत घुमंतू कार्य प्रमुख प्रभुलाल कालबेलिया, प्रांत सहघुमंतू कार्य प्रमुख पुष्कर लोहार तथा प्रांत संस्कार केंद्र प्रमुख नरेंद्र सोनी की उपस्थिति रही।
बैठक में पुष्कर लोहार द्वारा घुमंतू समाज के गौरवशाली इतिहास और वर्तमान स्थिति के बारे में और घुमंतू जाति उत्थान न्यास द्वारा घुमंतू समाज में किए जाने वाले कार्यों, प्रकल्प के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, आजादी के 75 वर्ष बाद भी घुमंतू समाज के बंधु मुख्यधारा से कटे हुए हैं तथा शिक्षा का के अभाव के कारण अपने अधिकारों तथा से वंचित रह जाते हैं तथा आर्थिक रूप से पिछड़े जाते हैं, इसी उद्देश्य को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के घुमंतू जाति समाज के बच्चों के लिए उदयपुर शहर में एक छात्रावास व आठ बाल संस्कार केंद्र की आवश्यकता तथा उसमें जन सहभागिता की बात रखी गई।
प्रभुलाल कालबेलिया ने के द्वारा आमेट में वर्तमान में चल रहे “डॉ हेडगेवार घुमंतू समाज छात्रावास” में समाज के सहयोग से कक्षा 6 से 8 में अध्यनरत 19 छात्रों का विगत 1 वर्ष में आमूलचूल परिवर्तन तथा उन बालको में समाज व संस्कृति के प्रति आई जागृति व चेतना के बारे में जानकारी रखी गई।
दीपक शुक्ल ने संघ कार्य व्यक्ति निर्माण विषय पर उपस्थित बंधुओ उपस्थित बंधुओं को जानकारी दी।
इस अवसर पर छात्रावास संचालन समिति की नामों की घोषणा भी की गई। बैठक का संचालन महानगर घुमंतू कार्य प्रमुख चुन्नीलाल पटेल ने किया।