उदयपुर 16 फरवरी। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई एवं जन अभाव अभियोग निराकरण समिति की बैठक में जिलेभर से आए परिवादियों की समस्याएं सुनी और निस्तारण के निर्देश दिए। जनसुनवाई दौरान बड़ी संख्या में परिवादी अपनी-अपनी व्यक्तिगत और सामुदायिक परिवेदनाएं लेकर पहुंचे। इस दौरान यहां पहुंचे 123 परिवादियों में से 21 परिवेदनाओं का हाथों-हाथ निस्तारण कर दिया गया वहीं शेष परिवेदनाओं को संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेकर त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए गए।
जनसुनवाई दौरान जिला स्तरीय अधिकारी जनसुनवाई कक्ष में एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से जनसुनवाई से जुड़े रहे। जिला स्तरीय जनसुनवाई में आम रास्तों पर अतिक्रमण, पट्टा दिलवाने, सड़क निर्माण, दिव्यांग सहायता, बिजली और पानी कनेक्शन, भूमि विवाद, नामांतरण, पारिवारिक विवाद, नाला-निकासी, सड़क सुधार, पेंशन प्रकरण आदि नाना प्रकार के मामले लेकर परिवादी उपस्थित हुए। कलेक्टर ने समस्याओं को सुनकर शीघ्र समस्याओं का निस्तारण कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए। कलक्टर ने कई उपखंड स्तरीय अधिकारियों को परिवेदनाओं के निस्तारण के लिए संबंधित राजस्व रिकार्ड लेकर जिला मुख्यालय पर भी तलब किया और अपनी मौजूदगी में परिवेदना का निस्तारण करने के लिए आश्वस्त किया। कलेक्टर ने जनसुनवाई में उपस्थित अधिकारियों को कहा कि आमजन की समस्याओं का गंभीरता से समाधान करें एवं हर व्यक्ति के प्रति संवेदनशीलता का भाव रखते हुए राहत प्रदान करें।
गैर खातेदारी से खातेदारी करने चलेगा अभियान:
जनसुनवाई दौरान गैर खातेदारी से खातेदारी परिवर्तन के कई प्रकरणों के आने पर कलक्टर मीणा ने समस्त तहसीलदारों को निर्देशित किया कि ऐसे प्रकरणों को तत्काल प्रभाव से अभियान रुप में निस्तारित करते हुए राहत दें।
यूआईटी प्रकरणों से किए अलग से हुई सुनवाई:
जनसुनवाई के दौरान जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने यूआईटी संबंधी प्रकरणों के निस्तारण के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए पृथक से सुनवाई की व्यवस्था की। कलक्टर ने यूआईटी प्रकरणों की सुनवाई के लिए डीओआईटी के कक्ष में परिवादियों को अलग से सुनवाई के लिए बुलवाया। इस कक्ष में यूआईटी सचिव नितेन्द्र पाल सिंह ने यूआईटी अधिकारियों के साथ अलग से सुनवाई की और हाथों-हाथ परिवादियों की समस्या का समाधान किया। इस दौरान यूआईटी से विशेषाधिकारी सुरेश खटीक और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। जनसुनवाई की अनूठी व्यवस्था से परिवादी भी खुश दिखें और अपनी-अपनी परिवेदनाओं को यूआईटी सचिव के समक्ष प्रस्तुत किया।
जनसुनवाई में ये रहे उपस्थित
जनसुनवाई में राज्य स्तरीय जन अभियोग निराकरण समिति के सदस्य सुरेश सुथार तथा शारदा रोत के साथ ही जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, अतिरिक्त कलक्टर ओपी बुनकर, गिर्वा उपखंड अधिकारी सलोनी खेमका, नगर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत, नगर निगम उपायुक्त रागिनी डामोर, सहायक निदेशक लोक सेवाएं दीपक मेहता, सहित समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।