50 हजार महात्मा गांधी सेवा प्रेरक बनाने की बजट घोषणा ऐतिहासिक कदमः मनीष शर्मा शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक ने जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का किया उद्घाटन डूंगरपुर में दो दिन गांधी दर्शन पर चिंतन, आज निकलेगा अहिंसा मार्च

डूंगरपुर, 16 फरवरी। डूंगरपुर के गुमानपुरा में एकलव्य आवासीय विद्यालय में गुरुवार को दो दिवसीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन हुआ। शिविर में जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत से महिला-पुरुष प्रशिक्षणार्थी दो दिन तक गांधीजी के जीवन दर्शन पर आधारित जीवनशैली जीएंगे और विभिन्न सत्रों में गांधी दर्शन पर वक्ताओं के विचार सुनेंगे। उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष शर्मा ने हाल ही राज्य बजट में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा 50 हजार महात्मा गांधी सेवा प्रेरक बनाने की घोषणा को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि प्रत्येक गांव और शहरों में वार्ड स्तर पर 50 हजार महात्मा गांधी सेवा प्रेरक की भर्ती की जाएगी। इससे नई पीढ़ी को महात्मा गांधी के जीवन मूल्यों की जानकारी मिलेगी। महात्मा गांधी का संदेश राजस्थान के घर-घर में पहुंचेगा। इनके माध्यम से राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी आमजन तक पहुंचाई जाएगी और पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ दिलवाया जाएगा।
सोशल मीडिया पर झूठ फैलाना भी पापः-
बच्चों और समाज पर सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बचपन से सुनते आ रहे हैं कि झूठ बोलना पाप है, लेकिन मौजूदा दौर में सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें और गलत जानकारी फैलाना भी पाप है। उन्होंने मोबाइल और तकनीक का सकारात्मक प्रयोग करने की अपील की।
बड़ों की जिम्मेदारी बच्चों को बताएं इतिहासः-
बच्चों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बालक मोहन जिसने अपने बचपन में अनेक गलतियां की, वो आगे चलकर महात्मा गांधी बनता है। उन्हें आज पूरा विश्व जानता और मानता है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी का मानना है कि नई पीढ़ी से हम अपेक्षा करते हैं कि वे अपने माता-पिता, जिले, राज्य और देश का नाम रोशन करें, तो हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम इन्हें इतिहास की जानकारी भी दें और इतिहास से प्रेरणा लेकर आने वाले समय में खुद इतिहास बना सकें।
गांधीजी ने एक गलती कभी नहीं दोहराईः-
उन्होंने महात्मा गांधी के बचपन से जुडे प्रेरक प्रसंग के माध्यम से बताया कि हमें अपनी गलतियों से सीखना चाहिए। महात्मा गांधी ने कभी अपने जीवन में एक ही गलती को वापस दोहराया नहीं। इसी गुण ने उनके महान बनने में योगदान दिया। उन्होंने कक्षा में कॉपी में एक शब्द गलत लिख दिया था, शिक्षक ने उन्हें कहा कि आगे वाले बच्चे को देखकर स्पेलिंग को ठीक कर लो। लेकिन बालक मोहन ने नकल करने से मना कर दिया।
गांधी जी को वो ही समझ सकता है, जो उनको जीता है- डॉ. शंकर यादवः-
अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम आयोग के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) डॉ. शंकर यादव ने गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के आयोजन के पीछे का उद्देष्य समझाते हुए कहा कि गांधी को वो ही समझ सकता है, जो गांधी को जीता है। गांधी कोई पैसे की मशीन नहीं है। गांधी जी का जीवन दर्षन अनंत है, विराट है। यही बात हमारे मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी नई पीढ़ी को समझाना चाहते हैं। गांधीजी के दर्शन को समझना और उनके पद चिह्नों पर चलना आसान नहीं है।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से मिलती है गांधीजी के रास्ते पर चलने की प्रेरणाः-
डॉ. यादव ने कहा कि निदेशक मनीष जी के प्रतिदिन 18 घंटे प्रवास में गुजरते हैं, यह कोई खेल नहीं है। अथक परिश्रम करना पड़ता है, एक पल के लिए भी ठहरते नहीं हैं। गांधीजी के दिखाए रास्ते पर चलने के लिए और यह अथक परिश्रम की प्रेरणा हमें मिलती है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से। माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत गांधी दर्शन के जीते-जागते उदाहरण हैं हम सबके लिए।
हम सबके अंदर हैं गांधीः-
किसी की पीड़ा, दुख-दर्द देखकर मन में भी पीड़ा उत्पन्न हो जाए, करूणा का भाव आ जाए। किसी को गिरता देखकर हाथ बढ़ाकर उसे उठा लें। गलती करके छुपाना नहीं और दुनिया के सामने स्वीकार करना यह गांधीवाद है। गांधी किताबों में नहीं मिलते, इसके लिए हमें अपने अंदर झांकना होगा। माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी चाहते हैं कि जो गांधीजी एक विचारधारा के रूप में जिंदा हैं, वो नई पीढ़ी के सामने आने चाहिए। कोई जाति, मजहब, धर्म, रंग के आधार पर भेदभाव न हो। गांधी हर व्यक्ति में महामानव ढूंढते थे।
सर्वधर्म प्रार्थना सभा से सामाजिक समरसता के संदेशः-
इससे पहले निदेशक मनीष शर्मा, राज्य मंत्री डॉ. शंकर यादव, पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेंद्र नागर, जिला परिषद सीईओ दीपेंद्र सिंह राठौड़, गांधी दर्शन समिति बांसवाड़ा के संयोजक और पूर्व विधायक रमेश पंड्या, डूंगरपुर जिला गांधी दर्शन समिति के सह संयोजक उमेश रावल सहित अन्य पदाधिकारी और विभागीय अधिकारियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर सूत की माला अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया। उद्घाटन समारोह के दौरान सामूहिक राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान के बाद सर्व धर्म प्रार्थना सभा से पूरा माहौल देशभक्ति और सामाजिक समरसता से सराबोर हो गया।
वक्ताओं ने रखे विचारः-
शिविर के पहले दिन की शुरुआत सुबह 6 बजे योग से हुई। इसके बाद सर्वधर्म प्रार्थना सभा के बाद दोपहर में विभिन्न सत्रों में प्रो. उपेन्द्र सिंह उपेन, सुश्री किम भारतीय, प्रोफेसर आर. बी. कुमार और सुश्री मौली भट्ट ने महात्मा गांधी की शांति एवं अहिंसा नीति व सत्य के साथ प्रयोग तथा महात्मा गांधी के जीवन दर्शन से जुडे विषयों पर विचार व्यक्त किए।
सरकारी योजनाओं की दी जानकारीः-
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से शिविर स्थल पर होर्डिंग्स, बुकलेट और अन्य साहित्य के माध्यम से राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने राज्य सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, कृषि तथा बागवानी से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी गई।
आज गुमानपुरा में श्रमदानः-
शुक्रवार सुबह 7 बजे नए बस स्टैंड से कलक्ट्रेट तक अहिंसा मार्च निकाला जाएगा। इसके पश्चात ग्राम पंचायत गुमानपुरा में श्रमदान होगा। विभिन्न सत्रों में संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, आईएएस टीकम चंद बोहरा, पूर्व विधायक रमेश पण्ड्या, डूंगरपुर जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री गांधीजी के जीवन दर्शन पर व्याख्यान देंगें।

By Udaipurviews

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