348 विशेष योग्यजनों के बच्चों को मिलेगा पालनहार योजना का लाभ
डूंगरपुर, 07 फरवरी/जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री के निर्देश पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग डंूगरपुर द्वारा घर-घर सम्पर्क कर 348 नये पालनहारों को योजना से जोड़ा गया। जिला कलक्टर ने विशेष योग्यजन पेंशन प्राप्त करने वाले परिवारों के लिए विशेष अभियान चलाकर उनके बच्चों को पालनहार योजना का लाभ दिलवाने के निर्देश दिये थे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक अशोक शर्मा ने बताया कि जिला कलक्टर डंूगरपुर के निर्देशानुसार विशेष योग्यजन पालनहार योजना के लाभान्वित की पात्रता रखने वाले 15 से 18 वर्ष के विशेष योग्यजन का चिन्हिकरण घर-घर सम्पर्क कर 348 लाभान्वितों को पालनहार से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि सर्वे अनुसार दस पंचायत समितियों में 1799 वंचित पालनहार पाये गये, उसमें से 348 पालनहार लाभान्वित थे उसमें से 799 अविवाहित, 548 निःसंतान एवं 104 विद्यालयों में अध्ययनरत नहीं होना व 18 वर्ष से अधिक आयु के पाये गये।
कहां, कितने पालनहार जोड़े:-
पंचायत समिति आसपुर में 30, बिछीवाड़ा में 37, चिखली में 23, दोवड़ा में 29, डंूगरपुर 44, गलियाकोट में 25, झौंथरी में 31, साबला में 32, सागवाड़ा में 59 एवं सीमलवाड़ा में 38 लाभान्वितों को पालनहार योजना से जोड़ा गया है।
क्या है पालनहार योजना:-
पालनहार योजनान्तर्गत अनाथ बच्चे, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड या आजीवन कारावास प्राप्त माता-पिता की संतान, निराश्रित पेंशन की पात्र विधवा माता की अधिकतम तीन संताने, नाता जाने वाली माता की अधिकतम तीन संताने, पुर्नविवाहित विधवा माता की संतान, एड्स पीडित माताध्पिता की संतान, कुष्ठ रोग से पीडित माताध्पिता की संतान, विकलांग माताध्पिता की संतान, तलाकशुदाध्परित्यक्ता महिला की संतान के पालन-पोषण, शिक्षा आदि के लिए पालनहार को अनुदान उपलब्ध कराया जाता है।
18 वर्ष की आयु तक 1000 रूपये हर माह मिलेंगे:-
प्रत्येक बच्चे हेतु पालनहार परिवार को 5 वर्ष की आयु तक के बच्चे हेतु 500 रूपये प्रतिमाह की दर से तथा स्कूल में प्रवेशित होने के बाद 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने तक 1000 रूपये प्रतिमाह की दर से अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। इसके अतिरिक्त वस्त्र, जूते, स्वेटर एवं अन्य आवश्यक कार्य हेतु 2000 रूपये प्रति वर्ष (विधवा एवं नाता की श्रेणी को छोडकर) प्रति अनाथ की दर से वार्षिक अनुदान भी उपलब्ध कराया जाता है।