बिजली की बचत ही उसका उत्पादन, कृषि एवं घरेलू कार्यों में आवश्यकता अनुसार बिजली ही उपयोग करे रू डॉ.- अजीत कुमार
राजसमंद। कृषि विज्ञान केंद्र राजसमन्द द्वारा आयोजित एवं राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड जयपुर के द्वारा प्रायोजित ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा संरक्षण पर एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन केवीके परिसर में किया गया।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र राजसमन्द के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. पी.सी. रेगर ने ऊर्जा संरक्षण की महत्वता के बारे में बताया। यह जानकारी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष कृषि विज्ञान केंद्र डॉ. पी.सी. रेगर ने दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अजीत कुमार कुलपति महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने बताया की देश की अर्थव्यवस्था जैसे-जैसे बढ़ रही है उसी प्रकार से ऊर्जा की मांग भी बढती जा रहीं है। इस स्थिति में ऊर्जा संरक्षण जरुरी हो जाता है। दैनिक रूप से घरेलू कृषि एवं व्यवसायिक कार्यो के लिए ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है जिसकी पूर्ति बिजली, कोयला पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, लकड़ी, सूर्य ताप आदि से करते है। बिजली की बचत ही उसका उत्पादन, कृषि एवं घरेलू कार्यों में आवश्यकता अनुसार बिजली ही उपयोग करे।
उन्होने बताया कि सौर ऊर्जा लागत प्रभावी और विश्वसनीय है यह दुनियाभर में कृषि उत्पादकता के स्तर को बढ़ा रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निदेशक, प्रसार शिक्षा निदेशालय, डॉ. राम अवतार कौशिक ने प्रतिभागियों को पवन ऊर्जा, पवन चक्कियों या टरबाइनो के उपयोग के माध्यम से पवन ऊर्जा को विधुत शक्ति में परिवर्तित किया जाता है जिससे विभिन्न प्रकार के विधुत यंत्रो में उपयोग लिया जा सकता है।
इस अवसर पर डॉ. पी.सी. रेगर ने हवा दिन-रात चलती है, जिससे उत्पादित पवन ऊर्जा को खेती, पशुपालन वानिकी सहित अन्य लाभदायक गतिविधियों के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
इसी प्रकार सेवानिवृत अधिशाषी अभियंता, अजमेर विधुत वितरण निगम लि.आमेट नारू लाल रेगर ने बताया कि किसानो से अपील की पीले बल्ब की जगह सफेद रोशनी देने वाले एलईडी बल्ब का उपयोग करे, सांयकाल हीटर, मोटर एवं चक्की नही चलाए, समस्त परिवार बिजली का वैध कनेक्शन लेकर ही बिजली उपयोग करे ।
इसी प्रकार उपनिदेशक उद्यान विभाग, हरी ओम सिंह राणा राजसमन्द ने प्रतिभागियों को ट्रेक्टर एवं ट्रेक्टर चालित अन्य फार्म मशीनरी के दक्षता पूर्वक उपयोग के समय ऊर्जा संक्षण की तकनीकी प्रदान की। इस अवसर परकार्यक्रम में जिले के 107 प्रगतिशील किसानो एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया एवं भविष्य में ऊर्जा सरंक्षण एवं दक्षता पूर्वक ऊर्जा उपयोग करने का प्रण लिया।
सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से आमजन को लाभान्वित करावें विभागयी कार्या योजनाओं में प्रगति लावें- सीईओ चौधरी
राजसमंद। जिला कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्साह चैधरी की अध्यक्षता में आज सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में सीईओ ने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से आमजन को लाभान्व्ति करावें व विभागीय कार्या योजनाओं में प्रगति लावे। इसके साथ ही उन्होंने संपर्क पर दर्ज प्रकरणों का निस्तारण की समीक्षा की तथा सम्बंधित अधिकारी को दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर उन्होनें कहा कि ग्राम पंचायत जनसुनवाई में प्राप्त हुयी शिकायतों को समय पर निस्तारण के निर्देश पुलिस विभाग को एससी, एसटी के मामलों में समय पर निस्तारण के लिये कहा।
इस अवसर पर बैठक में उन्होंने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओ की प्रगति, योजनाओं कार्या की जानकारी लेते हुये अधिक से अधिक लोगों को इससे लाभान्वित कराने के लिये कहा। इसके साथ ही चिंरजीवी योजना, इदिंरा रसोई आदि विभिन्न सरकार की फलैगशिप योजनाओं के बारे निर्देश दिये।
बैठक में उपखंड अधिकारी डॉ दिनेश रॉय सपेला, उप पुलिस अधिक्षक बेनी प्रसाद, महिला एवं बाल विकास उप निदेशक नंद लाल मेघवाल, जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र गागर, कृषि विभाग से उप निदेशक कैलाश चन्द मेघवंशी, तथा सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।