उदयपुर। मेवाड़ राजवंशीय कथा वाचक व्यास पंडित स्कन्द कुमार पंड्या द्वारा उदयपुर के अम्बामाता स्थित ऋंगी ऋषि आश्राम में चल रही भागवत कथा के आज चैथे दिन व्यास कुमार पंडित स्कन्द कुमार पण्ड्या ने श्रीराम चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि जीवन में शुभ संकल्पों को प्रयास से क्रियान्वित करके शुभ कर्मों को श्रीराम चख्रणों में और शुद्ध मन को श्री कृष्ण चरणों में समर्पित करने वाले का ही आत्मोत्थान सम्भव है।
भारतीय सनातन संस्कृति के श्रीराम श्री कृष्ण को दो नेत्र बताते हुए कहा कि कर्तव्य पथ शुरू हो तो मृत्यु का भय नहीं सताता।
आज आज भागवत कथा में भगवान श्रीराम चरित्र का भावपूर्ण वर्णन करके श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।
शुभ संकल्पों को दमन पाप
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