1400 साल प्राचीन मन्दिर में ठाकुर जी को  धराया 56 भोग

उदयपुर 12 नवम्बर / लकड़वास में 1400 साल प्राचीन ठाकुर जी श्री पीताम्बर राय जी महाराज के मंदिर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ठाकुर जी को बेसन चक्की, काजु कतली, लडडु, घेवर, नमकीन, फ्रुठ सहित 56 तरह के मीठे व नमकीन पकवानों का भोग का धराया गया। इस मंदिर का निर्माण बप्पा रावल के शासन काल मे हुआ था, तब से अब तक भगवान श्री पीताम्बर राय जी को लकड़वास के ग्रामीण व गाँव के ठाकुर साहब के परिवार के लोग 56 भोग करते आ रहे है, इस बार देवस्थान विभाग ने भी सहयोग किया । गाँव के ही थिएटर एवं फिल्म एक्टर कल्याण वैष्णव ने बताया कि उदयपुर से भी प्राचीन गाँव लकड़वास का नाम पहले लक्कडगढ़ था, इस गांव में फसल, पेड़, पौधे, लकड़ियां भी ठंड में पाले (दाह) के कारण जल जाती थी, जिसे लोग लक्कड़ दाह कहते थे, वर्तमान में उदयसागर की पाल के पास पहाड़ पर स्थित श्री सुखेश्वरमहादेव जी के मंदिर पर एक महात्मा कहि से आये और दर्शन करने के बाद जाने लगे तो पटेल ( काई ) समाज के लोगो ने उन महात्मा को गन्ने का रस पिने का आग्रह किया महात्मा जी ने जैसे ही गन्ने का रस पिया रस अत्यधिक कड़वा लगा, रस कड़वे लगने का कारण पूछा तो पटेल समाज के लोगो ने बताया कि महाराज इस लक्कडगढ़ मे फसल तो क्या पेड़ की लकड़ियां भी जल जाती है ऐसा ठंड में पाला गिरता है जिस कारण ये गन्ने भी कड़वे हो गए है, तो महात्मा जी ने अपने कमण्डल मे से जल का छीटा दिया गाँव की तरफ और बोले कि आज से इस गांव में इतना भयंकर पाला कभी नही पड़ेगा तब से लेकर आजतक लगभग 1200 साल से गांव में ठंड के दिनों में पाला वेसे नही पड़ा जैसे फसल जल जाती थी,तब से भगवान पीताम्बर राय जी महाराज को 56 भोग लगाते आरहे है । लकड़वास महालक्ष्मी आश्रम के महंत श्री किशोर दास जी वैष्णव व योगाचार्य एडवोकेट उदय सिंह देवड़ा ने बताया कि तब से वैष्णव परिवार के लोग सेवा करते आरहे है पुष्कर दास तुलसीदास जी वैष्णव ये ईनकी 9 वी पीढ़ी सेवा का कार्य कर रही है।

By Udaipurviews

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