व्यापारियों ने कहा धन्यवाद उदयपुर, शहर वासी बोले मजा आ गया
उदयपुर। जोधाणा पब्लिसिटी द्वारा फतह स्कूल मैदान में 30 दिवसीय मेट्रोड्रीमलैंड मेले का रविवार को समापन हो गया। आयोजक दिनेश गोड ने बताया कि मेले के अंतिम दिन मानो सारा शहर ही फतेह स्कूल स्थित मेला स्थल पर जमा हो गया। हर एक ने अपनी अपनी पसंद के हिसाब से खरीदारी की और खाने-पीने का भी खूब मजा लिया। मेले के अंतिम दौर में भीषण गर्मी से राहत मिलने के बाद अंतिम दिन तक मेलार्थियों ने मेले में बढ चढ कर भाग लिया और कई बार मेले में आकर अपनी मनपसंद की चीजों की खरीदारी की। उन्होंने कहा कि उदयपुर में जो रिस्पांस इस मेले को मिला वह बहुत ही यादगार रहेगा। उदयपुर शहर पर्यटन नगरी होने के साथ ही जिलों एवं फव्वारो भी नगरी है। यहां रोजाना सैकड़ो की संख्या में पर्यटक आते हैं। उन पर्यटकों का लाभ भी मेले को मिला और खूब खरीदारी हुई।
अंतिम दिन मेले में अपनी स्टॉल लगाकर व्यापार कर रहे व्यापारियों ने बताया कि हमें उदयपुर वालों का बहुत प्यार मिला और हमारे यहां से उन्होंने खूब खरीददारी थी इसलिए हम उदयपुर का तहे दिल से धन्यवाद करते हैं। हालांकि उदयपुर वीडियो का जिस तरह से हमें रिस्पांस मिला है उसे देखते हुए हमें उदयपुर छोड़ने की इच्छा नहीं है लेकिन मिलने का समय तय है और हमें उदयपुर छोड़ना ही पड़ेगा। कभी मौका मिला तो फिर मुझे बुलाएंगे लेकिन जाते-जाते एक बार जरूर कहेंगे कि हम उदयपुर वीडियो का यह प्यार जीवन में कभी नहीं भूल पाएंगे।
इधर अंतिम दिन मेला स्थल पर पहुंचे कई शहर वासियों ने बताया कि इस बार तो मिलेगा मजा आ गया। इस मेले में ऐसी कोई भी चीज नहीं थी जो हमें पसंद नहीं आई हो। या यूं कहे की हमने जिन चीजों को खरीदने का सपना देख रखा था और हम किसी मेले की ही इंतजार कर रहे थे वह सपना हमारा इस मेट्रो ड्रीमलैंड मेल ने पूरा कर दिया। हम चाहते हैं कि ऐसे मिले समय-समय पर शहर में आयोजित होने चाहिए।
रविवार को छुट्टी का दिन और मेले का अंतिम दिन होने की वजह से मेला शुरू होते ही प्रवेशार्थियों की रैलमपेल शुरू हो गई। ज्यादातर लोग अपने परिवार सहित मेले में पहुंचे। मेले में बच्चों के मनोरंजन के लिए यहां कोई कमी नहीं रही। चकरी, डोलर, झूले, उनके खेलने के आयटम, उनके कपड़े, गर्मी में पहने जाने वाले खास डिजाईन किये बच्चों के कपड़ों की भी मेले में खूब खरीददारी हुई।
गौड़ ने बताया कि मेले में फर्नीचर हैंडलूम कपड़े वे ज्वेलरी सहित कई स्टॉल्स मेले में लगी। उन्होंने बताया कि फर्नीचर, किचन वेयर, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, परफ्यूम, क्रोकरी, फैशन, फिटनेस, कंप्यूटर, शूज, कालीन ,पर्दे, खिलौने, गद्दे, सोफे, चद्दरें ,कारपेट, पानीपत का हैंडलूम,टेराकोटा के डेकोरेटिव आइटम ,साज सज्जा का पूरा सामान, खुर्जा क्राकरी और मेलामेट का क्रोकरी सहित कई स्टाल लगाई गई। साथ ही कपड़े, कॉस्मेटिक, पर्स, साड़ी, अचार मुरब्बे आदि सामान की भी स्टॉल्स लगी हुई हैं जहां पर उचित मूल्य के हिसाब से शहर वासियों ने जमकर खरीदारी की।
मेले में आये कई मेलार्थियों ने तो बताया कि अब तक शहर मेें जो मेले मेंं लगते आये हैं वो ज्यादा से ज्यादा 10-15 दिन के ही लगते आये हैं। ऐसे में यह मेला पूरे एक महीने का होने से इससे जनता को काफी सुविधा मिल रही है। तनख्वाह भी मिज जाने से पैसों की तंगी करा सामना नहीं करना पड़ रहा है। बचों को भी आराम से उनकी मनपसन्द की चीजें दिलवा पा रहे हैं और जो भी मेले में वह खाने की जिद कर रहे हैं वह उन्हें दिलवा पा रहे हैं।