दो दिवसीय संगीत समारोह में विभिन्न संगीत कलाकार देंगे रंगारंग प्रस्तुतियां
जयपुर, 9 नवंबर। पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ बताया कि विभाग द्वारा प्रदेश की संस्कृति और कला को बढ़ावा देने के लिए दो दिवसीय वार्षिक विश्व सूफी संगीत समारोह जहां-ए-खुसरो का आयोजन किया जा रहा है। यह समारोह जयपुर के अल्बर्ट हॉल में नवंबर 19 और 20 को आयोजित किया जाएगा।
श्रीमती राठौड़ ने बुधवार को अल्बर्ट हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि राजस्थान की अपनी सांस्कृतिक समृद्ध परम्परा रही है । इस समारोह में सूफी संगीत की मधुर ध्वनियां गूंजेगी। साथ ही राजस्थान की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। जहां-ए-खुसरो एकता के रंग का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि जयपुर को एक कल्चरल टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस तरह के आयोजनों और प्रस्तुतियों से राजस्थान की कला और कलाकारों को बढ़ावा मिलता है। इस समारोह में राजस्थान की दंतकथा ‘मूमल’ को एक स्टेज शो के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि प्रसिद्ध फिल्मनिर्माता और चित्रकार मुजफ्फर अली और डिजाइनर मीरा अली द्वारा डिजाइन किए गए जहां-ए-खुसरो समारोह में जावेद अली, नूरां सिस्टर्स, जसलीन कौर, नियाजी जैसे प्रसिद्ध कलाकार प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम के पहले दिन 19 नवंबर को श्हुमाश् शीर्षक बेले नृत्य का आयोजन किया जाएगा। साथ ही पूजा गायतोंडे ‘नारा-ए-मस्ताना’ नामक प्रस्तुति से सूफी प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करेगी। वही इस कार्यक्रम के दूसरे दिन 20 नवंबर को मुजफ्फर अली द्वारा निर्देशित ‘मूमल-रूह-ए-रेगिस्तान’ नामक बेले नृत्य शिवानी वर्मा और ग्रुप द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। समारोह का समापन नूरान सिस्टर्स द्वारा श्सदा-ए-सूफीश् प्रस्तुति से होगा।
प्रेस वार्ता में प्रसिद्ध फिल्मनिर्माता और चित्रकार मुजफ्फर अली, डिजाइनर मीरा अली, अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) श्री मो. सलीम खान, अतिरिक्त निदेशक श्री आनन्द कुमार त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक (प्रचार) सुश्री सुमिता सरोच सहित अन्य अधिकरी भी उपस्थित रहे।