उदयपुर, 3 जनवरी। आयुर्वेद विभाग राजस्थान सरकार द्वारा विशिष्ट संगठन अनुसूचित जाति-जनजाति बाहुल्य क्षेत्र झाड़ोल में जारी विशाल दस दिवसीय निःशुल्क अंतरंग अर्श भगंदर क्षार-सूत्र शल्य चिकित्सा शिविर का समापन मंगलवार को हुआ। समापन समारोह के अतिथि क्षेत्रीय विधायक बाबूलाल खराड़ी, जिला प्रमुख ममता कुंवर पंवार, समाजसेवी गुणवंत सिंह झाला रहे। अतिथियों ने क्षेत्र के औषधालयों में सुविधा विस्तार के साथ जीर्णोद्धार करवाने की बात कही।
इस अवसर पर समाजसेवी भंवर सिंह पवार, नीलम राजपुरोहित, सरपंच श्रीमती आशा देवी, गिरजा शंकर शर्मा, ललित कुमार शर्मा, आयुर्वेद विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ.प्रद्युम्न कुमार राजौरा, उपनिदेशक डॉ. पप्पूलाल मीणा, शिविर समन्वयक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी शोभालाल औदीच्य, सहायक निदेशक डॉ राजीव भट्ट आदि मौजूद रहे। आयुर्वेद विभाग के इस शिविर में कुल 1578 बहिरंग रोगियों को निःशुल्क चिकित्सा परामर्श दिया जाकर निःशुल्क औषधियां वितरण की गई।
डॉ. औदिच्य ने बताया कि अर्श रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील रघुवंशी, डॉ विष्णु, डॉ रामलाल, कंपाउंडर शंकरलाल, कंपाउंडर नारायण लाल, परिचारक सोमाराम निर्भय सिंह एवं मुकेश की टीम ने कुल 65 अर्श भगंदर रोगियों की क्षार-सूत्र विधि से शल्य चिकित्सा की। काय चिकित्सा में डॉ.राकेश सोलंकी, डॉ.संजीव मैथिल, डॉ.राकेश ईनानी एवं डॉ. शीला ने सेवाएं दी। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश मीणा ने कुल 209 बच्चों को बाल चिकित्सा से लाभान्वित किया। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति बाला अहारी, डॉ.रीना पारगी ने 176 महिला रोगियों की चिकित्सा की। न्यूरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. राजीव भट्ट, डॉ. हुक्मीचंद जैन ने 142 रोगियों को न्यूरो थैरेपी से लाभान्वित किया। शिविर में डॉ. भानुकुमार जैन एवं परिचारक प्रेम सिंह सारंगदेवोत, डॉ. चंद्रकांत त्रिवेदी, कंपाउंडर हरिशंकर आमलिया एवं परिचालक शांतिलाल, कंपाउंडर नारायण लाल सुमेरिया परिचारिका मीरा कुंवर एवं नानी बाई, वरिष्ठ कंपाउंडर बालीलाल, कैलाश चंद्र परमार, लक्ष्मीलाल अहारी, शंभूलाल निनामा, शंकरलाल हरिशंकर आमलिया, परिचारक मोहनलाल एवं चंद्रशेखर आदि ने सहयोग प्रदान किया।
दस दिवसीय निःशुल्क अंतरंग अर्श भगंदर क्षार-सूत्र शल्य चिकित्सा शिविर सम्पन्न
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