उदयपुर । मौलाना अबुल कलाम आज़ाद न सिर्फ हमारे देश की आजादी का स्तम्भ माने जाते है बल्कि इस्लाम धर्म के समकालीन विद्वानों में उनका बहुत नाम भी रहा है। मौलाना अबुल कलम आज़ाद द्वारा लिखी गयी कलामें पाक की तफसीर का पहला भाग जिसमें कलामें पाक की पहली सूरह हम्द की तफसीर है को पुनः आसान उर्दू बोहरा यूथ गर्ल्स विंग की फाउण्डर रही विदेशों में उर्दू अदब के प्रसार के लिये समर्पित मानी जाने वाली हामिदा बानू द्वारा संकलित कर सम्पादन का महत्वपूर्ण कार्य किया जो कि वर्तमान परिवपेक्ष में इस्लाम को समझने में बहुत कारगर साबित होगा।
बोहरा यूथ गर्ल्स विंग द्वारा आयोज्य सभा में इस पुस्तक का लोकार्पन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए हमीदा बानू द्वारा आपने इस संकलन की जानकारी व एहमियत पर प्रकाश डालते हुए अपील की कि वर्तमान में जब मूल इस्लाम लुप्तप्राय होता जा रहा है, मानवीय मूल्यों का पतन हो रहा ऐसे में इस किताब का महत्ता बहुत बढ़ जाती है। लोगों को चाहिये कि ज्यादा से ज्यादा इस किताब को पढ़े व इसकी शिक्षा को भी अमल में लायें।
इस अवसर पर हमीदा बानू द्वारा अपनी गज़लें व नज़्में भी प्रस्तुत की जिसे सभा द्वारा बहुत सराहा गया।
सभा की अध्यक्षता बोहरा यूथ के संरक्षक आबिद अदीब साहब ने की। उन्होंने अपने उदबोधन में कुरान को समझ कर पढ़ने पर जोर दिया। सभा का संचालन सोफिया डीएम द्वारा किया गया। वहीँ कार्यक्रम में हमीदा बानू की सुपुत्री नसरीन चोपड़ा भी उपस्थित रही। बोहरा यूथ गर्ल्स विंग संस्था की अध्यक्ष सकीना दाउद द्वारा समस्त आगंतुकों का आभार व्यक्त किया गया।