उदयपुर, 21 जून। स्वस्थ जीवन के साथ ही स्वस्थ पर्यावरण भी अत्यंत आवश्यक है। इसी संकल्प के साथ शहर के धानमण्डी स्थित श्री माहेश्वरी सेवा सदन में माहेश्वरी पंचायत धानमण्डी, माहेश्वरी युवा संगठन धानमण्डी तथा माहेश्वरी महिला समिति धानमण्डी के संयुक्त तत्वावधान में चल रहा दस दिवसीय योग शिविर मंगलवार को सम्पन्न हुआ। समापन पर घरों में लग सकने वाले औषधीय पौधों का भी वितरण किया गया। प्रतिभागियों ने नियमित रूप से योग करने के साथ अपने आसपास के वातावरण को हरा-भरा एवं स्वच्छ रखने का भी संकल्प लिया।
दस दिवसीय योग शिविर के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद अरावली हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. आनंद गुप्ता ने आज के मशीनरी युग में आधुनिक चिकित्सा के साथ योग-प्राणायाम को भी जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि योग शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी सशक्त करता है। योग प्राणायाम दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बने तभी हमें इनका संपूर्ण लाभ मिल सकेगा। साथ ही उन्होंने हर व्यक्ति से पौधे लगाने और उसकी सार-संभाल का जिम्मा लेने का भी आग्रह किया।
समाज के अग्रगण्य बसंत काबरा, जानकी लाल मूंदड़ा, मधुसुदन झंवर, गोपाल काबरा ने योग शिविर में औषधीय पौधों के वितरण को अच्छा कदम बताया। उन्होंने कहा कि हर घर में ऐसे कुछ जरूरी औषधीय पौधे व उनके महत्व की जानकारी पहुंचे जिससे घर में ही छोटी-मोटी बीमारियों का उपचार हो सके।
दस दिन तक विभिन्न योगासन का महत्व बताते हुए उनका प्रशिक्षण देने के लिए योगाचार्य व आहार विशेषज्ञ डॉ. गुनीत मोंगा भार्गव का सभी अतिथियों द्वारा अभिनंदन किया गया।
धानमण्डी पंचायत के अध्यक्ष राधेश्याम तोषनीवाल व सचिव डॉ. बीएल बाहेती ने ‘रसोई ही समस्या, रसोई ही समाधान’ का जिक्र करते हुए आहारचर्या व घरेलू नुस्खों के बारे में जानकारी दी। उपस्थित समाजनों ने इस तरह के शिविर आगे भी जारी रखने का आग्रह किया।
माहेश्वरी धानमण्डी युवा संगठन के अध्यक्ष मयंक मूदंड़ा ने बताया कि शिविर में सुरेश तोषनीवाल, हनी मूंदड़ा, मोहित मूंदड़ा, ओम पंडवाल, राजेंद्र हेड़ा, चतरलाल सोमानी, प्रकाश चेचाणी, मधु मूंदड़ा, राजेश तोषनीवाल, सुमन सोनी, राधिका मूंदड़ा, प्रकाश रांदड़, भूपेश धुप्पड़, अतुल माहेश्वरी आदि ने योग शिविर के दौरान उन्हें मिले लाभ के बारे में अनुभव भी साझा किए।