साहित्य ज्ञान हस्तान्तरण की प्रक्रिया -सांसद रावत

तीन दिवसीय आदिवासी सांस्कृतिक समागम का शुभारंभ
उदयपुर, 23 अक्टूबर।-‘संस्कृति हमें जोड़ने का कार्य करती है। हमें अपनी सांस्कृतिक पहचान एवं विरासत के प्रति जागरूक रहना चाहिए‘ ये उद्गार राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति के निर्देशानुसार राजस्थान एकलव्य मॉडल स्कूल सोसायटी के बैनर तले आयोजित राज्य स्तरीय पंचम सांस्कृतिक साहित्यक आदिवासी कला उत्सव के शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने व्यक्त किये।
श्री रावत ने समारोह को सम्बोधित करते हुये साहित्य को ज्ञान हस्तान्तरण की प्रक्रिया बताते हुये मेवाड़ की सांस्कृतिक साहित्यक पहचान पर बल देते हुये स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। उन्होंने समारोह में ‘‘हम होंगे कामयाब एक दिन‘‘ गीत की सस्वर प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उदयपुर ग्रामीण विधायक श्री फूलसिंह मीणा ने एकलव्य के जीवन को त्याग एवं समर्पण का पर्याय बताते हुये उनसे प्रेरणा लेने की सीख दी। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि जिला प्रमुख उदयपुर श्रीमती ममता कंवर ने राजस्थान की संस्कृति को एकता में अनेकता का पर्याय बताते हुये ऐसे आयोजनों को सांस्कृतिक विविधता को दग्दर्शित करने वाला बताया। एकलव्य मॉडल स्कूल समिति की मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं टी.ए.डी. आयुक्त सुश्री प्रज्ञा केवलरमानी ने उक्त आयोजन का उद्देश्य बताया। कार्यक्रम में आश्रम बालिका छात्रावास मधुवन उदयपुर ने ‘चिरमी‘ नृत्य, आश्रम बालिका छात्रावास महाड़ी, कोटड़ा ने ‘ढोल‘ नृत्य एवं ‘कालियो कूद पड़ियो मेला में‘ गीत पर कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। ईएमआरएस राजस्थान के सदस्य सचिव एवं अति. आयुक्त टी.ए.डी. ओ.पी जैन ने बताया कि त्रि दिवसीय आयोजन में कुल 975 आदिवासी छात्र-छात्राएं एवं 100 से अधिक शिक्षक भाग ले रहे हैं।

By Udaipurviews

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