शिक्षक अज्ञानता के अंधकार में ज्ञान की ज्योत जलाते
उदयपुर। ऐश्वर्या कॉलेज में आज शिक्षक दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट किया गया और उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत में छात्र छात्राओं द्वारा सभी शिक्षकों को तिलक लगाकर एवं श्रीफल भेंट कर सम्मान के साथ हुई। छात्रा रक्षिता जैन ने अपने संभाषण में कहा की शिक्षक वो हैं जो अज्ञानता के अंधकार में ज्ञान की ज्योत जलाते हैं, जो हमें सही राह दिखाते हैं और जीवन के मूल्यों से परिचित कराते हैं। उनकी प्रेरणा से ही हम अपने सपनों को पंख लगा पाते हैं। छात्र भार्गव वैष्णव द्वारा गुरु वदंना प्रस्तुत की गई। छात्रा सेजल गायरी एवं अदिति साहू द्वारा सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर ऐश्वर्या पीजी कॉलेज की प्राचार्या डॉ ऋतु पालीवाल ने बताया कि गुरु की महानता को शब्दों में नहीं बाँधा जा सकता, गुरु वो दीपक हैं जो जलते रहते हैं, ताकि हम रोशन हों। उनके ज्ञान और आदर्शों से ही हम अपने सपनों को साकार कर पाते हैं।
डॉ राशि माथुर, प्राचार्या ऐश्वर्या शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान एवं डॉ निधि व्यास, प्राचार्या ऐश्वर्या मैनेजमेंट एंड आईटी ने शिक्षक दिवस का महत्त्व बताते हुए बताया कि शिक्षक दिवस का इतिहास 1962 से शुरू होता है, जब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन् देश के राष्ट्रपति बने थे। उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई क्योंकि वे एक शिक्षक थे और उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया था। ऐश्वर्या कॉलेज ऑफ फार्मेसी के प्राचार्य डॉ गजाराम सिरवी ने बताया की विद्यार्थी जीवन वह समय है, जब आप अपने भविष्य की नींव रखते हैं। इस दौरान कड़ी मेहनत, अनुशासन, और धैर्य सफलता की कुंजी होते हैं। कार्यक्रम का संचालन छात्रा संचालन प्रियांशी व्यास एवं मानसी पेमावत एवं धन्यवाद ज्ञापन शैलेन्द्र गोयल द्वारा दिया गया।