उदयपुर। रविवार को शहर के टेकरी स्थित आवरी माता मंदिर के पास स्थित सामुदायिक भवन में संयुक्त प्रवासी वैष्णव (वैरागी) समाज संस्थान की ओर से युवक-युवती परिचय सम्मेलन, प्रतिभा एवं वरिष्ठजन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें खुले मंच से युवक युवतियों ने ‘अपने भावी जीवन साथी कैसा हो’ को लेकर अपना परिचय देते हुए अपनी बात रखी। मुख्य अतिथि नरेंद्र पठार थे। अन्य अतिथियों में नरेंद्र दास, नानूराम वैष्णव, मोड़ीदास, मनोहरदास शामिल हुए।
संस्थान के महासचिव महेश वैष्णव ने महिला सशक्तिकरण और शिक्षा को बढ़ावा देने पर बल देते हुए बताया कि सम्मेलन में उदयपुर के अलावा गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा, गांधीनगर, हिम्मत नगर, संभाग के बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद सहित जयपुर, जोधपुर के 100 से अधिक युवक-युवतियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में युवक-युवतियों ने मंच से अपनी खूबियां और भावी जीवनसाथी से जुड़े अपेक्षाओं को लेकर खुलकर अपने विचार रखें। युवक बोले, ऐसा जीवनसाथी हो, जो घर परिवार को साथ लेकर चले वहीं युवतियों ने कहा कि उनका जीवनसाथी उन्हें अपनी काबलियत को उपयोग करने का मौका दे। साथ ही उनका हमेशा ख्याल भी रखे। युवकों ने मंच परिचय देते हुए अपनी शिक्षा, मासिक वेतन, व्यवसाय, के बारे में सिलसिलेवार बताया। फिर अपनी खूबियां गिनाई। वहीं जीवनसाथी से जुड़ी अपेक्षाओं के बारे में बताया। ज्यादातर युवाओं ने कहा कि वे ऐसा हमसफर चाहते हैं तो उन्हें समझे। उनकी घर परिवार की देखभाल करें। सभी का आदर और मान सम्मान करें। कुछ ने नौकरीपेशा जीवनसाथी को वरीयता देने की भी बात कही।
वैष्णव ने कहा कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज के विवाह योग्य बेटे-बेटियों को परिचित कराने के बाद रिश्ते तय करने का मंच देता है। महंगाई और भागमभाग वाले इस दौर में समय की बचत के लिए यह आयोजन हो रहा है, जिससे छोटे बड़े शहरों में रहने वाले समाज के सभी लोगों को अपने बेटे-बेटियों के लिए आसानी से उनकी पसंद के घर और वर-वधु मिल सकें।
सम्मेलन की सफलता में अध्यक्ष ओम प्रकाश, महिला अध्यक्ष भाग्यश्री, कोषाध्यक्ष किशन दास, घनश्याम दास, गोपाल दास, प्रहलाद, इंदर दास, बजरंग दास, सुरेश आदि का सहयोग रहा।
प्रतिभा एवं वरिष्ठजन सम्मान समारोह-
महेश वैष्णव ने बताया कि समाज के 75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठजन, 80 प्रतिशत से अधिक नम्बर लाने वाली प्रतिभाओं और कोविड काल में मेडिकल क्षेत्र में सेवा देने वाले समाजजनों का सम्मान किया गया।
सम्मानित होने वाली प्रतिभाओं में जान्हवी वैष्णव, शिवम् कुमार वैरागी, रोनक दास वैष्णव, अनन्या अधिकारी, मनीषा वैष्णव, प्रिंस वैष्णव, आस्था वैष्णव, वैष्णवी वैष्णव, दीर्ष वैष्णव, दिव्यानी वैष्णव, हर्शाली वैष्णव, दिव्या वैष्णव, मनस्वी वैष्णव, चेस्था वैष्णव, अनुश्री वैष्णव शामिल रहे।
इसी प्रकार वरिष्ठजन सम्मान में इन्द्रदास वैष्णव, भंवरलाल वैष्णव, मोड़ीदास वैष्णव, प्रह्लाद कुमार वैष्णव, जमनादास वैष्णव, भंवरदास वैष्णव, रुक्मिणी देवी, शांतादेवी इन्द्रदास वैष्णव, बृजलाल वैष्णव और शंकरदास वैष्णव का सम्मान किया गया।
इसी तरह कोरोना काल में चिकित्सा और शिक्षा क्षेत्र में सेवा देने वाले जितेश वैष्णव, नवीन वैष्णव, सचिन वैष्णव, कपिल वैष्णव, अरविंद वैष्णव, मुकुल वैष्णव, कौशल वैरागी, दीपक वैष्णव, हेतल वैष्णव, राहिल वैष्णव, घनश्याम वैष्णव, कोमल वैष्णव, श्रीमती पवन वैष्णव, मीना वैष्णव, दमयंती वैष्णव, किरण वैष्णव, प्रतिभा वैष्णव, प्रेमलता वैष्णव, रंजीता वैष्णव और भावना वैष्णव का सम्मान किया गया।