उदयपुर 17 नवंबर। प्रदेश के हिन्दी राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. भगवती लाल व्यास के असामयिक निधन पर प्रसंग संस्थान, उदयपुर ने हार्दिक श्रृद्धांजलि अर्पित की गई।
संस्थान की मानद सचिव डॉ मंजु चतुर्वेदी ने डॉ व्यास की साहित्यिक उपल्ब्धिय़ों की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने गद्य एवं पद्य में समानांतर लेखन से साहित्य को समृद्ध किया है। वे मूलतः शिक्षक थे। उन्हें साहित्य का सर्वोच्च बिहारी पुरस्कार प्राप्त हुआ था। साहित्य अकादमी दिल्ली से भी पुरस्कृत हुए थे। आदर्श चतुर्वेदी ने कहा कि व्यास जी हमारे पिता नंद चतुर्वेदी के मित्र थे और उनका जाना दुखद है।
संस्थान के अध्यक्ष डॉ इन्द्र प्रकाश श्रीमाली ने दिवंगत व्यास के साहित्यिक अवदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वे आकाशवाणी और दूरदर्शन के प्रतिष्ठित कवि, लेखक थे। उनकी हिन्दी और राजस्थानी की रचनाएं काफी सराही गई। डॉ. मधु अग्रवाल ने व्यास को समकालीन कवियों में अग्रणी बताया। श्रद्धांजलि में जयंत प्रकाश, दिनेश सुराणा, जगदीश पुरोहित, धारणा, श्रीमती विनोद अडानिया, आकाशवाणी, शिवरतन तिवारी ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए।