लखावली तालाब के घाट पर जल पूजन कर विभिन्न कार्यों लोकार्पण-शिलान्यास किया शिक्षा व पंचायती राज मंत्री दिलावर ने

जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम
कहा – “जल नहीं होगा तो हमारा अस्तित्व हो जाएगा समाप्त, जल के पारंपरिक स्रोतों को सहेजने का ले संकल्प”
उदयपुर, 26 फरवरी। प्रदेश के शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री श्री मदन दिलावर ने कहा कि अपनी चिंता करें तथा स्वयं के कल को संवारने के लिए सभी आगे आएं। क्योंकि जल नहीं होगा तो हमारा अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। श्री दिलावर बुधवार को उदयपुर दौरे के तहत बड़गांव पंचायत समिति के लखावली तालाब पर जिला प्रशासन एवं वाटरशेड विभाग द्वारा आयोजित जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पानी की एक-एक बूंद का भी दुरुपयोग ना हो यह हमारे पूर्वजों ने हमें सिखाया है। बरसाती जल के संरक्षण, चारागाह के विकास तथा सामुदायिक प्रयासों से प्रदेश के कई इलाकों में भू-जल स्तर में वृद्धि हुई है।

परंपरागत जल स्त्रोतों का करना होगा सम्मान,जल तो स्वंय भगवान का स्वरूप : श्री दिलावर ने कहा कि सरकार अपने स्तर पर अपना कार्य करेगी लेकिन आम नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए जल संरक्षण के लिए आगे आना होगा। बरसाती जल के ठहराव और वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के उपयोग से धरती का भू-जल स्तर बढ़ेगा तो इसका सीधा असर पर्यावरण पर भी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमें हमारे पारंपरिक जल स्रोतों का सम्मान करना होगा, जल तो स्वयं भगवान का स्वरूप है। जल प्राणदाता है, हम इसकी पूजा करते हैं। ऐसे में जल संरक्षण के लिए हमें जागना पड़ेगा तथा औरों को भी जगाना पड़ेगा। उन्होने आह्वान किया कि सामुदायिक प्रयासों से बावड़ी, कुएं आदि की साफ-सफाई करें तथा उनका जीर्णोद्धार करें, तालाब एवं जल स्रोतों में गंदगी, कूड़ा-करकट, प्लास्टिक आदि ना डालें।

भू-जल के अतिदोहन को नियंत्रित करना होगा, गायों को बचाने की परंपरा अपनानी होगी : उन्होंने कहा कि भू-जल के अति दोहन पर हमें नियंत्रण करना होगा। प्रदेश के कई हिस्से अब भी भू-जल की दृष्टि से डार्क जोन में है, ऐसे इलाकों में ट्यूबवेल खोदने की अनुमति सरकार अब नहीं देती। भू-जल स्तर अच्छा होगा तो फसल भी अच्छी पैदा होगी। उन्होंने भारतीय संस्कृति में गौ माता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें गायों को बचाना होगा। जल संरक्षण के साथ-साथ गौ माता का संरक्षण भी आवश्यक है, क्योंकि गौ माता पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण घटक है। खाद के रूप में हानिकारक रसायनों के उपयोग से प्रभावित हुई देश की मिट्टी को स्वस्थ्य करने के लिए हमें गौ माता के गोबर का इस्तेमाल करना होगा। बच्चों के लिए गाय का दूध ही सर्वोत्तम आहार है।

बर्तन बैंक की बजट घोषणा हेतु जताया सीएम का आभार, अधिक से अधिक पौधरोपण का किया आह्वान : मंत्री श्री दिलावर ने ग्राम पंचायतों में बर्तन बैंक स्थापित करने की बजट घोषणा पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का आभार जताते हुए कहा कि इससे प्लास्टिक एवं डिस्पोजेबल बर्तनों के इस्तेमाल पर रोक लगेगी। इससे कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचाव एवं पर्यावरण का संरक्षण होगा। उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रदेश में ऐतिहासिक रूप से 7 करोड़ पौधे रोपे गए। हम इस वर्ष करीब 10 करोड़ पौधे लगाएंगे। उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों से लक्ष्य तय कर अधिक से अधिक पौधारोपण करने का आह्वान किया। श्री दिलावर ने ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि स्वच्छता के लिए धन की कोई कमी नहीं है। कार्यक्रम में गोगुंदा विधायक श्री प्रताप गमेती ने जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की बात पर जोर देते हुए क्षेत्र में शिक्षा से संबंधित आवश्यकताओं के बारें में मंत्री श्री दिलावर का ध्यान आकर्षण करवाया।

घाट पर जल पूजन कर विभिन्न कार्यों का किया लोकार्पण-शिलान्यास : इससे पूर्व कार्यक्रम स्थल पर श्री दिलावर ने राजीविका एवं वाटरशेड द्वारा लगाई गई विभिन्न स्टॉल्स का अवलोकन किया तथा तालाब घाट पर जल पूजन भी किया। तत्पश्चात उन्होंने लखावली ग्राम पंचायत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास तथा तालाब पाल पर वृक्षारोपण भी किया। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 के प्रथम चरण के तहत किए गए कार्यों की कॉफी टेबलबुक का विमोचन भी मंत्री दिलावर ने किया। कार्यक्रम में गोगुन्दा विधायक प्रताप गमेती, निदेशक एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग मुहम्मद जुनैद,जिला परिषद सीईओ रिया डाबी, पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, बड़गांव प्रधान प्रतिभा नागदा, बीडीओ हितेश जोशी, समाजसेवी गजपाल सिंह राठौड़ समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रबुद्धजन एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

By Udaipurviews

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