रसो वै स:’ प्रदर्शनी कला की दुनिया को आमंत्रण है: आलोक पराड़कर

उदयपुर, 18 अक्टूबर। प्रदेश के जाने-माने चित्रकार चेतन औदिच्य की पांच दिवसीय चित्र प्रदर्शनी ‘रसो वै स:’ का समापन जयपुर के जवाहर कला केंद्र की “सुकृति” कला दीर्घा में बनारस से आए वरिष्ठ संस्कृति कर्मी आलोक पराड़कर के मुख्य आतिथ्य में प्रस्तुत ‘हेरत हेरत हे सखी’ कला संवाद के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर सत्यवीर यादव, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी बीएल चौधरी, संस्कृति कर्मी प्रमोद शर्मा, वरिष्ठ कलाकार लक्ष्यपाल सिंह राठौड़, विनय त्रिवेदी, माधव राठौड़, दीपक शर्मा उपस्थित रहे।
ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन के प्रमोद शर्मा ने  बताया कि आलोक पराड़कर ने अपने संबोधन में कहा कि ‘रसो वै स:’ कला प्रदर्शनी कला की दुनिया के लिए अपने आप में एक आमंत्रण है। वेद, उपनिषद और काम से जुड़ी चेतना की सुंदरता इस प्रदर्शनी के चित्रों में अभिव्यक्त हुई है। अतिरिक्त कलेक्टर श्री सत्यवीर यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि चेतन औदिच्य के चित्रों में दर्शन और भारतीय संस्कृति के गहरे तत्व तो है ही, साथ ही वे कलात्मक पैमानों पर भी उच्च स्तर के चित्र हैं। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी बीएल चौधरी के अनुसार इस प्रदर्शनी के चित्र कला से सीधा वास्ता नहीं रखने वाले व्यक्तियों के साथ भी बहुत गहरा संबंध जोड़ लेते हैं, यही बात समकालीन कला में आवश्यक है। प्रदर्शनी के बारे में ललित कला अकादमी सदस्य कलाकार मनोज टेलर ने कहा कि यह प्रदर्शनी कला के अनेक मायनों में विशिष्ट है।

पांच दिवसीय इस प्रदर्शनी में स्पेन के कलाकार विक्टर डेमर, मुंबई के संदीप रावल, उड़ीसा के देवपाल सहित अमेरिका इंग्लैंड आदि देशों के कलाकारों ने भी भागीदारी की। यह प्रदर्शनी अपने आप में इस रूप में अलग है कि यह  न केवल अपने कथ्य के तल पर अपितु शिल्प के तल पर भी दर्शक को बार-बार अपनी ओर खींचती है। यही कारण रहा कि सैकड़ों दर्शकों ने चेतन औदिच्य के चित्रों की सराहना की।

By Udaipurviews

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