– मुनि संघ के जयकारों से गूंज उठा केशवनगर
– सैकड़ों श्रावक-श्राविकाओं ने की मुनि संघ की अगवानी
– चातुर्मास में चार महीने तक बहेगी धर्म की गंगा
उदयपुर, 6 जुलाई। परम पूज्य अभीक्षण ज्ञानापयोगी आचार्य वसुनंदी महाराज के प्रभावक शिष्य मुनि श्रद्धानंद एवं मुनि पवित्रानंद महाराज संघ का भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश बुधवार को आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर केशवनगर हुआ।
आदिनाथ दिगंबर जैन दशा नरसिंहपुरा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष धनपाल जेतावत एवं मंत्री जीवनधर लाल जेतावत ने बताया प्रात: 7 बजे अशोक नगर स्थित पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर उदासीन आश्रम से दोनों संतों की आगवानी कर भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो अशोक नगर, माया मिष्ठान, दुर्गानर्सरी चौराहा, विवेकानंद चौराहा, 100 फीट रोड तिराहा, नागदा रेस्टोरेंट होते हुए केशव नगर स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर केशव नगर पहुंची तो गुरुवर के जयकारो से पूरा मार्ग गूंज उठा। मंदिर पंहुचने के बाद महिला मण्डल द्वारा पादप्रक्षालन एवं पुष्पवर्षा की गई।
चातुर्मास व्यवस्था समिति अध्यक्ष कुंथु कुमार गणपतोत एवं महामंत्री जिनेन्द्र गंगावत तथा मंत्री कैलाश गंगवाल ने बताया कि बुधवार को प्रात: निकली निकली शोभायात्रा में सबसे आगे तीन अश्वो पर धर्म ध्वजा धारण किए नौनिहाल, उसके बाद बग्घी में लाभार्थी परिवार तथा पंचरंगी ध्वज लेकर मंगल प्रवेश की शोभायात्रा प्रारंभ हुई तो चहुं ओर धर्म और गुरुवर के जयकारों से वातावरण गुंजायमान हो गया। उसके बाद 108 महिला कलश लेकर चल रही थी, आदिनाथ महिला मण्डल का का घोष बैण्ड अपनी स्वर लहरियां बिखेर रहे थे। वहीं महिला मण्डल की सदस्या भक्ति गीतों पर थिरकती नजर आई। शोभायात्रा में पुरूष श्वेत वस्त्र एवं सिर पर पगड़ी धारण कर एवं महिला केसरिया व कसुमल रंग के परिधान में शामिल हुई। शोभायात्रा में आदिनाथ युवक परिषद के सदस्यों ने श्वेत वस्त्रो के साथ माथे पर साफा बांध गुरुभगवंतो की मंगल गीतों के साथ आगवानी की। शोभायात्रा के मार्ग में जगह-जगह 25 से अधिक स्वागत द्वार लगाए गए। इस दौरान विभिन्न सकल जैन समाज केशवनगर, आयड़ व पहाड़ा के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि भी शोभायात्रा में शामिल हुए। मंगल प्रवेश की ये यात्रा अशोक नगर से जैसे जैसे आगे बढ़ी पूरे मार्ग पर स्वागत द्वारो पर खड़े धर्म प्रेमियो ने गुरु संघ का अक्षत की गऊली कर आगवानी की। शोभायात्रा जेसे जैसे आगे बढ़ती गई धर्म प्रेमियो का काफिला भी बढ़ता गया।
चातुर्मास सेवा समिति के प्रचार संयोजक शांति कुमार कासलीवाल ने बताया कि दोनों संत केशव नगर मंदिर पहुंचे जहां श्रावक-श्राविकाओं द्वारा पाद प्रक्षालन किया गया। उसके बाद संत सुधा सागर संयम भवन सभागार में दोनों संतों के सानिध्य में कार्यक्रम संपन्न हुआ। संचालन समिति अध्यक्ष कुंथुकुमार गणपतोत ने किया। आदिनाथ भगवान एवं वासुन्नंदी महाराज़ के चित्र का अनावरण व दीप प्रजवल्लन गेंदा लाल विनोद फांदोत, सुमतिलाल डागरिया, खूबी लाल चीतौड़ा , पार्षद राकेश जैन आदि द्वारा किया गया। मंगलाचरण डॉ. ज्योति अखावत ने किया । पाद पक्षलान राजमल, पंकज, संजय गांगावत द्वारा किया गया वहीं शास्त्र भेंट पवन, जिनेन्द्र, कुसुम, नीता, हर्षित गांगावत परिवार द्वारा किया गया ।
इस दौरान आयोजित धर्मसभा में मुनिश्री ने कहा कि चातुर्मास धर्म आराधना का वह पुनीत अवसर हैं, जो चौरासी लाख योनियों में मनुष्य जीवन को ही प्राप्त होता हैं। हमे चाहिए कि हम इस जीवन की उपादेयता को समझे ताकि हम अपने जीवन को सन्मार्ग की ओर ले जा सके।
चातुर्मासिक कलश स्थापना 17 को
चातुर्मास समिति अध्यक्ष कुंथुकुमार गणपतोत ने बताया कि मुनिश्री के चातुर्मास को लेकर दिव्य कलश स्थापना 17 जुलाई को आयोजित होगा।