उदयपुर, 26 जुलाई। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक मंगलवार को जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। कलक्टर ने महिला अधिकारिता, महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ महिलाओं एवं बेटियों को प्रोत्साहित करने वाले अन्य संबंधित विभागों के साथ चर्चा करते हुए इनकी सुरक्षा के साथ इनके सर्वांगीण विकास पर जोर दिया।
कलक्टर ने इस योजना के अंतर्गत जिले में विद्यालय नहीं जाने वाली बालिकाओं के सपनो को उड़ान देने के लिए नवाचार के रूप में रूबरू कार्यक्रम के माध्यम से बालिकाओं की जिला कलेक्टर व ब्लॉक स्तर पर उपखंड अधिकारी से वार्ता कार्यक्रम आयोजित करने एवं अन्य जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से इन बेटियों को शिक्षा से जोड़ने के निर्देश संबंधित विभाग को दिये।
जिला कलेक्टर ने जिले में पिछले 3 वर्षाे में रेस्क्यू की गई बालिकाओं पर उनकी स्थिति के विषय में आकलन रिपोर्ट बनाने हेतु उपनिदेशक महिला अधिकारिता को निर्देश दिए ताकि जिले में इन महिलाओं एवं बालिकाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए योजना बनाई जा सके। साथ ही ऐसी बालिकाओं को विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के प्रभावी प्रयास हों।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने महिलाओं एवं बालिकाओं को राहत प्रदान करने वाली योजनाओं एवं कानूनी विषय पर जिले की समस्त सुरक्षा सखी को प्रशिक्षित कर अधिकाधिक प्रचार करने के निर्देश प्रदान किए।
महिला अधिकारिता उपनिदेशक संजय जोशी ने विभागीय गतिविधियों व योजनाओं की प्रगति पर पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी और बताया कि आगामी कार्ययोजना के तहत 11 अक्टूबर को अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में जिले की कक्षा 10वीं एवं 12वीं कक्षा में अव्वल आने वाली 10-10 बालिकाओं का सम्मान समारोह, ब्लॉक स्तर पर 15 अगस्त को टेलेण्ट अवार्ड के माध्यम से शिक्षा, खेलकूद, सांस्कृतिक क्षेत्र में अव्वल रहने वाली 5 बालिकाओं के माता-पिता का सम्मान कार्यक्रम, जिले में शिक्षा, खेलकूद एवं सामाजिक बुराईयों के खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द करने वाली 24 बालिकाओं की डाक्यूमेन्ट्री एवं बुकलेट का निर्माण एवं जिले के समस्त ब्लॉक से शिक्षकों को व्यक्तिगत देखरेख सुरक्षा विषय पर प्रशिक्षित किया जाएगा।
बैठक के साथ वन स्टॉप केंद्र मॉनिटरिंग समिति एवं जिला महिला समाधान समिति की बैठक का भी आयोजन किया गया, जिसमे उपनिदेशक जोशी ने बताया कि जिले में नवाचार के रूप में दूरदराज की महिलाओं एवं बालिकाओं को राहत प्रदान करने हेतु ब्लॉक स्तर पर कोटड़ा एवं सलूंबर में महिला सलाह एवं सुरक्षा केंद्र की तर्ज पर पुलिस विभाग के आपसी समन्वयन द्वारा केंद्र का संचालन किया जा रहा है। बैठक में पुलिस उपाधीक्षक श्रीमती चेतना भाटी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता उपनिदेशक मान्धाता सिंह, सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी, जिला खेल अधिकारी शकील हुसैन सहित, बाल विकास परियोजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षक एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।