उदयपुर 14 जून। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देशन में जि़ला प्रशासन उदयपुर द्वारा संचालित बाल श्रम मुक्त उदयपुर अभियान के दूसरे दिन कुल 15 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाते हुए 3 एफआईआर दर्ज की गई।
चाइल्ड लाइन उदयपुर के जि़ला परियोजना समन्वयक नवनीत औदीच्य ने बताया कि मंगलवार को शहर के अंबामाता व नाई थाना क्षेत्र में जिला प्रशासन, मानव तस्करी विरोधी यूनिट, गायत्री सेवा संस्थान, बाल सुरक्षा नेटवर्क, बाल कल्याण समिति, नारायण सेवा समिति एवं स्वतंत्रता सेनानी वी.पी.सिंह संस्थान द्वारा संयुक्त कार्यवाही की गई।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं द्वारा नाई थाना क्षेत्र के एक रिसोर्ट में 13 वर्ष के दो आदिवासी बच्चों को बाल श्रमिक बनाने की सूचना मिलने पर राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ.शैलेंद्र पंडया पुलिस प्रशासन के साथ मौके पर पहुंचे एवं तत्काल बच्चों को मुक्त करवा कर संबंधित नियोक्ता के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इस कार्यवाही के दौरान जिला बाल कल्याण समिति से जिग्नेश दवे, राजीव मेघवाल, श्रम विभाग के अधिकारी, बाल अधिकारिता सहायक निदेशक मीना शर्मा, बाल सुरक्षा नेटवर्क के बी.के.गुप्ता, समाजसेवी नीलिमा व जीवतराम मीणा आदि उपस्थित रहे।