पुजारी की पत्नी की भी हालत गंभीर
उदयपुर, संवाद सूत्र। दस दिन पहले राजसमंद जिले के देवगढ़ कस्बे में देवनारायण मंदिर के पुजारी पर पेट्रोल बम फैंककर उसे जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने दो और आरोपितों को गिरफर किया है। अब तक इस मामले में पुलिस दस आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है तथा अन्य की तलाश जारी है। इसी घटना में गंभीर रूप से झुलसी पुजारी की पत्नी की हालत भी गंभीर बनी हुई है, जिसका उपचार उदयपुर के एमबी अस्पताल में जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार राजसमंद जिला पुलिस ने हेरिया मुंडा पीपलीनगर निवासी नारायण पुत्र जाेधसिंह के साथ बीस वर्षीय शांतिलाल उर्फ बाबूलाल सालवी का गिरफ्तार किया है। इससे पूर्व पुलिस पुजारी दंपती की हत्या के लिए सुपारी देने वाले जीतेन्द्र उर्फ जीतू सिंह सहित अन्य आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपित जीतेन्द्र सिंह और उसके साथ भूमि का कारोबार करने वालों की निगाह देवगढ़ कस्बे के समीप विजयपुरा स्थित देवनारायण मंदिर की 33 बीघा जमीन थी। ये लोग मंदिर की जमीन पर कब्जा कर उस पर प्लोटिंग काटने की साजिश रच रहे थे लेकिन पुजारी हीरा की बस्सी निवासी नवरत्न लाल ( 75) पुत्र रंग लाल प्रजापत और उनकी पत्नी 68 वर्षीया जमना देवी को जिंदा जलाने के लिए 20 नवम्बर की रात उनके बेटे की दुकान पर तब पेट्रोल बमों से हमला किया था, जब वह साथ बैठकर खाना खा रहे थे। इस घटना में पुजारी दंपती बुरी तरह आग से घिर गए और अस्सी फीसदी से अधिक झुलस गए थे। पुजारी ने उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक में चार दिन भर्ती रहने के बाद दम तोड़ दिया था, जबकि उनकी पत्नी उदयपुर के एमबी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। चिकित्सकों के मुताबिक उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस मामले को पुलिस प्रशासन ने गंभीरता से लिया और देवगढ़ के थानाधिकारी शैतान सिंह तथा कामलीघाट के चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया था। बताया गया कि पीड़ित पुजारी ने कामलीघाट चौकी पर घटना से कुछ दिन पहले ही इस तरह की शिकायत की थी कि उसे भूमि माफियाओं से जान से मारने की धमकी मिल रही है, लेकिन पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया और भूमाफियाओं ने पुजारी दंपती पर पेट्रोल बम से हमला कर दिया।