आसंमा में पूनम के चांद-आनन्द धरा पर श्याम भक्तों ने दिखाये कला-कौशल के जज्बे
डांडियों की मधुर खनकार-तालियों की ताल-सुरो-संगीत से रीझाया प्रभु श्याम को
आनन्द नगर में षरद पूर्णिमा की ष्याम भजन संध्या में उमड़ा भक्तों का सैलाब
उदयपुर, 9 अक्टूबर। आयड़ स्थित आनंद प्लाजा के आनन्द नगर में राधा कृष्ण की गोपियों सखी सहेलियों उनकी अनन्य भक्तों के समूह श्री राधाकृष्ण महिला मण्डल की 30 से अधिक सदस्याओं के दिल में शरद पूर्णिमा के पावन पर्व पर अपने आराध्य राधाकृष्ण के श्याम स्वरूप हेतु कुछ अनोखा भक्ति ज्वर उमड़ा और उन्होने अपने स्वयं के स्तर पर कलयुगी श्याम अवतार खाटू नरेश प्रभु श्याम की भव्य भजन संध्या एवं डांडिया महारास गरबा रास का आयोजन कर डाला। यौवन से भरपुर पूनम के चांद की चटख चांदनी में जैसे-जैसे चांद आसंमा में चढ़ता गया वैसे-वैसे श्याम भक्त युवक-युवतियों, तरूण एवं बुर्जर्गो की हृदय गति (हार्ट बीट) कदमों की लय ताल सुरों, संगीत एवं ध्वनी के पूर्ण वेग में फिरकने लगी। हर्ष एवं आनन्द के अतिरेक में भक्ति से सरोबार सैकड़ों श्याम भक्त मस्ती की लहरों में गोते लगाते सुध-बुध खो श्याम रंग में ऐसे रंगे की स्वयं रंगरेज (गायक) भी स्तब्ध अचंभित हो उनके संग झूमने-नाचने गाने हेतु आतुर एवं बेताब हो उठे। भक्ति का ज्वार, जोश-उमंग चरमोत्कर्ष पे था, किसी के भी कदम रूकने-थमने को तैयार नहीं थे। डांडियों की खनक-तालियों की ताल-बलखाता शरीर और उससे भी ऊपर गगनभेदी श्याम जयकारे-कृष्ण महारास जैसे आनन्द-विभोर कर गया- इस परमानन्द की स्मृति चीर स्थायी हो गयी। मौका था श्री श्याम मित्र मण्डल ट्रस्ट-राधाकृष्ण महिला मण्डल, आनन्द नगर विकास समिति द्वारा आयोजित विराट भव्य खाटू श्याम भजन संध्या डांडिया गरबा महारास के जागरण महोत्सव का।
श्याम भक्त नारायण अग्रवाल के अनुसार राधाकृष्ण मन्दिर प्रागंण में स्वर्णिम आभा युक्त भव्य श्याम दरबार में नीमच से पधारे ‘‘खाटू नगर नरेश प्रभु श्याम षीश’’ का देशी – विदेशी पुष्प-पत्रों-स्वर्णाभूषणों हीरे-मोती माणिक्य नवरत्न जड़ित मोर मुकुट, गले में कंठा, अधरों पर बांसुरी दांये बांये मोर छड़ी से अलौकिक श्रृंगार धराया गया। उनके संग सिद्धि विनायक- सालासर बालाजी-भक्त शिरोमणि आलू दास जी श्याम बहादुर जी भी ठाठ से विराजमान थे। वहीं मंदिर राधा-कृष्ण, शिव परिवार-राम दरबार-दुर्गा मां की भव्य प्रतिमाओं पर भी अद्भूत, दिव्य, नयनाभिराम श्रृंगार धराया गया। जिसने भी ये नजारा देखा अपलक-अचम्भित देखता ही रह गया।
बाल स्वरूप प्रभु श्याम रीतनुसार उनके सर्वाधिक पसंद खीर-चूरमा मक्खन, केसर दूध, पंचामृत सूखा मेवा-मौसमी फल, पान-लोंग-इलायची-खोपरा श्रीफल के साथ छप्पन प्रकार के व्यंजनों का छपपन भोग महा प्रसाद अर्पित किया गया। वहीं शरद पूर्णिमा रीतनुसार दरबार में पूनम के चांद के समक्ष 51 किलो दुध की सेगारी खीर चटक चांदनी की अमृत वर्षा एवं श्याम भक्ति वर्षा अपने में समा लेने हेतु उसे अमृत बना लेने हेतु धरी गयी। इन सभी प्रकार के छप्पन भोगों से प्रभु श्याम के समक्ष स्वः प्रज्वलित अखण्ड ज्योत में ट्रस्टियों राजेश गोयल, शुभम् गर्ग, सुरेन्द्र अग्रवाल, सुनील बसंल, कुलदीप गोयल के सानिध्य में सभी श्याम भक्त प्रेमियों द्वारा बारी बारी से अनवरत आहुतियां पदरायी गयी इसमें इत्र-सुगन्धित दिव्य द्रव्यो-पदार्थो का भी समावेश किया गया। वहीं पूरी भजन संध्या में ट्रस्टियों एवं भक्तों द्वारा श्याम दरबार-श्याम गायको एवं श्याम प्रेमियों पर गुलाब पत्तियों एवं इत्र की वर्षा बारम्बार की जाती रही। सभी श्रद्धालुओं को बाबा के षीश पर चवंर ढुलानों का सौभाग्य की प्राप्त हुआ।
श्याम भक्त नारायण अग्रवाल ने बताया कि श्याम भजन संध्या का प्रारम्भ नीमच के राष्ट्रीय भजन गायकों में प्रमुख अशरफ भाई, दीपक अरोड़ा एवं उदयपुर की मनमोहक छवि की मल्लिका युवा गीतकार एवं सुरों की जादूगर इतिषा गोयल के द्वारा श्याम आरती-श्याम स्तुति- गणपति वन्दना-सालासर हनुमान आरती भजन प्रस्तुति के साथ आगाज़ किया। इनके साथ बाल भजन गायक अर्थव गोयल ने सु कृपा कर बाबा कीर्तन करवाउंगा…., आस्था बसंल ने दीन बात मेरी बात छानी कोनी तेरे से……., नलिन बसंल ने राधिका गौरी से बज की छोरी से मईयां करादे मोरो ब्याह…., सुनन्दा चौबीसा ने दीना नाथ मेरी बात मेरी बात छानी कोनी तेरे से…., पंकज भण्डारी ने छाई काली घटाएं तो क्या बात…….भजन प्रस्तुत कर माहौल भक्तिमय बना दिया। यू-ट्यूब पर अनेक एलबम् एवं फेसबुक पर 1100 से अधिक लाईव प्रस्तुति के साथ मेवाड़ एवं मध्यप्रदेशमें सैकड़ों मासिक एवं अब वार्षिक संध्या में भी श्याम भजन गाने का रिकार्ड स्थापित करने वाली उदयपुर की युवा भजन गायिका इतिशा गोयल ने आज मुझे खाटू वाले श्याम का दीदाद हो गया……, खाटू वाले श्याम धनी हमें तुमसे मोहब्बत है….., बृज लाड़ला श्रीनाथ जी ने खम्मा रे खम्मा…., तू खाटू बुलाते रहे तो मैं आता रहूं…….भजनों एवं धमाल की लाड़ी लगा संध्या को सार्थक बना दिया।
अशरफ भाई ने लाड़ले गणेश मेरे प्यारे प्यारे मोर छड़ी में लहराई रे ओर खाटू वाले…., तेरी कृपा बरसे ओ बाबा…. तथा गरबा रिमिक्स गाकर डांडियां एवं गरबा रास करवाया। दीपक अरोड़ा ने कीर्तन की रात हे बाबा आज थाने आणो है तथा अनेक धमाल एवं भजनों की प्रस्तुति देकर संध्या को चरमोत्कर्ष पर पहुंचाया देर रात तक चली भजन संध्या का समापन श्याम रीतनुसार खाटू श्याम जी, बजरंग बली की महाआरती श्याम स्तुति के साथ किया गया।
राधाकृष्ण महिला मंडल की भक्तों में विषेष कर सीता सेन, चन्द्रा कुमावत, गीता माली, पुष्पा शर्मा, हेमलता माली, राखी माली, शान्ता पुर्बिया, पुष्पा सोनी, जमना माली, राधा शर्मा, मोहन देवी माली, लक्ष्मी माली आदि ने अथक प्रयासों से सफल से भजन ऐतिहासिक बनाया।