उदयपुर. अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल के बैनर तले जैन स्थानक अहिंसापुरी में शासनश्री मुनि श्री सुरेश कुमार जी के सान्निध्य में द पावर ऑफ पॉजिटिविटी कार्यशाला सम्पन्न हुई।
“हो संकल्प सत्य शिव सुंदर ऊँची एक उड़ान भरे” प्रेरणा गीत से शुरू हुई कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मुनि सम्बोध कुमार ‘मेधांश’ ने कहा- जीवन एक अनदेखी यात्रा है। यहाँ रोज नए पहलुओं से मुलाकात होगी । जब भी कुछ सही नहीं हो रहा हो तो याद रखे कि इ.सी.जी में टेढ़ी लाइनों का मतलब है कि हम जी रहे हैं। छोटी सोच और पैर में मौच कभी आगे बढ़ने नहीं देते | दुनिया रोज हमें और हमारे हौसले को गिराने की कोशिश करेगी, मगर यह तब तक तक नही होगा जब तक हम यह सोचना शुरू ना कर दे की दुनिया जो कहती है वह सही है। निंदा उसी की होती है जो जिंदा है। अगर हमारी बात हो रही है तो यह तय कि हमारी बात में कुछ बात है। उन्होने कहा—जिन्दगी के आसपास हर चीज़ हमें कुछ सिखाती है, अंतिम सांस तक सीखने की आदत को अलविदा ना कहे।
बतौर मुख्य वक्ता प्रणय जैन (प्रोफेसर अनुष्का अकादमी) ने कहा. जिन्हें कुछ बड़ा करना है वे छोटी-छोटी चीजों पर नहीं रुकते, जो हम सोचते है, समूचा ब्रह्माण्ड उन्हे हमसे मिलाने में जुट जाता है। स्वागत मंडल अध्यक्षा श्रीमती सीमा पोरवाल ने करते हुऐ कार्यशाला की भूमिका प्रस्तुत की आभार श्रीमती चंद्रा बोहरा ने व्यक्त किया।
मंच संचालन सुमन डागलिया ने किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में अनिल जैन, कमलेश बंब, गौरव चौधरी का उल्लेखनिय योगदान रहा।