– पायड़ नगरी में बह रही है धर्म की गंगा
उदयपुर, 9 जुलाई। पायड़ा स्थित पद्मप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में आचार्य कुशाग्रनंदी महाराज, मुनि अजय ऋषि, भट्टारक अरिहंत ऋषि ससंघ ने जिनालय में भगवान का अभिषेक किया। इस अवसर श्रावक-श्राविकाओं द्वारा मूलनायक भगवान पद्मप्रभु की शांतिधारा व पंचामृत अभिषेक किया गया।
प्रचार संयोजक संजय गुडलिया एवं दीपक चिबोडिया ने बताया कि इस अवसर पर आयोजित धर्मसभा में आचार्य कुशाग्रनंदी महाराज ने कहा कि जिन शासन बहुत पुण्य से मिलता है हम सभी को शासन के कार्य मन से करने चाहिए किसी भी कार्य में मतभेद नहीं करें हम सभी को एकता की बहुत आवश्यकता है गुरुदेव ने नवयुवक मंडल को शासन के कार्य को खूब तन मन से करे ऐसा आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होने कहां कि जब जब संसार में अमंगलकारी कार्य होते है, तब तब भगवान की पूजा अर्चना व अभिषेक कर उसे मंगल में परिवर्तित किया जाता है तथा प्राणी मात्र पर आये कष्टो का निवाहरण होता है।
आचार्यश्री ने यह बात शनिवार को पायड़ा स्थित पद्मप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर के चातुर्मामासिक पाण्डल में आयोजित धर्म सभा में चातुर्मास की व्याख्या करते हुए कहे। उन्होने कहा कि जब जब धरती पर पाप बढता है तो उसे समूल रूप से नष्ट करने के लिए चौबीस तीर्थकरो की आराधना के जरिये आये इन विकारो को दूर कर संसार में सुख शांति का वातावरण कायम किया जाता है ताकि समूचे मानव के प्रगति की राह आसान हो सके। उन्होने कहा कि गुरुभक्ति ही हर कष्ट का निवाहरण करने के लिए श्रेष्ठ है। इस दौरान वाद्ययंत्रों की मधुर स्वर लहरियों पर भक्त जन झुम उठे। इसके पश्चात आरती व पूजन को सम्पूर्णता दी गई।