उदयपुर 9 सितंबर। मत्स्य विभाग उदयपुर द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत मत्स्य प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कोटड़ा क्षेत्र की गोगरूद ग्राम पंचायत के राजीव गांधी सेवा केन्द्र में आयोजित किया गया।
मत्स्य विकास अधिकारी श्रीमती सोनिका राठौड़ ने अतिथियों एवं कृषकों का स्वागत कर शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जिला कलक्टर ताराचंद मीणा के निर्देशानुसार कोटडा क्षेत्र के आदिवासी कृषकों को मत्स्य पालन व्यवसाय से जोड़ने की दृष्टि से आयोजित किया गया।
क्षेत्रीय उपनिदेशक लायक अली ने मत्स्य व्यवसाय में मछली की उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए कृषकों को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का लाभ लेने का आह्वान किया। बांसवाड़ा के सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. अकील अहमद ने मत्स्य नियम, जलाशय के ठेके एवं आवंटन प्रक्रिया और इनमें मत्स्य पालन की जानकारी दी। मात्स्यिकी महाविद्यालय उदयपुर की व्याख्याता डॉ. शाहिदा जयपुरी ने प्रतिभागियों को खेती के साथ मत्स्य पालन, मुर्गी पालन, बतख पालन आदि व्यवसाय अपनाकर कृषकों को अपनी आय बढाने संबंधी जानकारी दी। रीना प्रतिहार ने मछलियों में होने वाली बीमारियों व इनसे बचाव के उपाय की जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोटडा क्षेत्र की 31 महिलाओं सहित कुल 50 कृषकों ने भाग लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
गोगरूद में मत्स्य प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
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