कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु आवेदन आमंत्रित एवं कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना में आवेदन की अंतिम तिथी बढ़ी

भीलवाड़ा, 03 दिसंबर। जिले के अल्पसंख्यक अभ्यर्थियों से राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के अन्तर्गत प्रशिक्षण के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए है। साथ ही बालिकाओं के लिए कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना वर्ष 2022-23 के लिए ऑनलाईन आवेदन तिथी अब बढ़कर 21 दिसंबर हो गई है।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आजाद खान पठान ने बताया कि आर.एस.एल.डी.सी. द्वारा  अल्पसंख्यक वर्ग (मुस्लिम, सिक्ख, जैन, ईसाई, बौद्ध, पारसी) के 15 से 35 वर्ष तक की आयु के अभ्यर्थियों को जिला मुख्यालय पर महिलाओं हेतु सौंदर्य प्रसाधन का कोर्स (गैर आवासीय), हेल्थ केयर कोर्स (आवासीय) एवं तहसील मुख्यालय माण्डलगढ़ में सोलर पैनल कोर्स (आवासीय) के अन्तर्गत इसी माह प्रशिक्षण प्रारंभ होना है जिसके आवेदन कार्यालय स्तर पर स्वीकार किये जा रहे है।

इसके अतिरिक्त काली बाई भील मेधावी छात्रा स्कुटी योजना 2022-23 में आवेदन करने के लिये पात्र छात्राओं द्वारा स्वयं की एसएसओ आई.डी. बनाने के बाद एसएसओ पोर्टल में लोगिन कर  Citizen App G2C के  Scholarship (CE, TAD, Minority)    पर क्लिक कर प्राफाईल बनायी जानी है उसके उपरांत जनआधार कार्ड में अंकित श्रेणी के अनुसार छात्रा को उक्त योजना में विभाग का चयन कर 21 दिसंबर तक आवेदन करना होगा।
आर.एस.एल.डी.सी. द्वारा संचालित कोर्स की जानकारी के लिए सौंदर्य प्रसाधन कोर्स (गैर आवासीय) हेतु 81070-17777, हेल्थ केयर कोर्स (आवासीय) हेतु 77421-34242 एवं तहसील मुख्यालय माण्डलगढ़ में सोलर पैनल कोर्स (आवासीय)के लिए 80035-53484 पर संपर्क कर सकते है तथा काली बाई भील मेधावी छात्रा स्कुटी योजना संबंधी अधिक जानकारी के लिए कार्यालय के दुरभाष नंबर 01482-232086 पर संपर्क कर सकते है।

कृषि क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार-डॉ. यादव

भीलवाड़ा, 03 दिसंबर। कृषि विज्ञान केन्द्र, भीलवाड़ा एवं अरणिया घोड़ा शाहपुरा ने कृषि शिक्षा दिवस का आयोजन किया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव नेे कृषि क्षेत्र को भारतीय अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार बताया तथा कहा कि राष्ट्र की सकल आय में कृषि एवं सम्बन्धित संकायों, उद्योगों एवं सेवा क्षेत्र से कितनी भागीदारिता है। कृषि की उन्नत एवं नवीनतम कृषि प्रौद्योगिकी से किसान अपनी उत्पादकता में वृद्धि कर सकता है।
डॉ. यादव ने बताया कि देश के प्रथम कृषि मंत्री एवं स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के शिक्षा एवं कृषि के विकास के योगदान को ध्यान में रखकर 3 दिसम्बर को जन्म दिवस के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण भारत में कृषि शिक्षा दिवस का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रतापनगर ने प्रधानाचार्य सेमीउल रहमान ने कृषि तकनीकी पर प्रकाश डाला साथ ही कृषि संकाय में प्रवेश हेतु प्रतियोगी परीक्षा में मन लगाकर तैयारी करने की आवश्यकता प्रतिपादित की जिससे कि उच्च अंक प्राप्त कर अच्छे संस्थानों में प्रवेश प्राप्त कर सके तथा राजकीय एवं निजी क्षेत्र में कृषि संकाय मे रोजगार के अवसरों की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी।
व्याख्याता नवरतन सिंघलिया एवं नेमीचन्द खरीवाल ने बताया कि कृषि का राष्ट्रीय सकल आय, आजीविका, घरेलू खपत, उद्योग विकास, वाणिज्यिक महत्त्व, राजस्व प्राप्ति एवं आर्थिक योजनाओं में महत्त्वपूर्ण योगदान है।
फार्म मैनेजर गोपाल लाल टेपन ने कृषि उद्यमिता को सर्वश्रेष्ठ बताया एवं कृषि के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकीयों के समावेश की जानकारी दी तथा कृषि को रोजगार के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया। केन्द्र के महेश सुवालका ने बताया कि कोरोना काल मे एक मात्र कृषि ही ऐसा उद्यम था जो सबके लिए प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से काम आया। वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता प्रकाश कुमावत ने बताया कि कार्यक्रम में भीलवाड़ा के 108 एवं शाहपुरा के 96 छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही।

By Udaipurviews

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