कोटड़ा में एक मंच पर थिरकेगी देश भर की जनजाति कला और संस्कृति

जनजाति संस्कृति का महाकुंभ आदि महोत्सव (कोटड़ा) आज से
उदयपुर 26 सितंबर। जनजाति संस्कृति का महाकुंभ ‘आदि महोत्सव 2022’ का शुभारंभ कोटडा में मंगलवार से होगा। इस महोत्सव के दौरान दो दिनों में देशभर की जनजाति कला और संस्कृति एक मंच पर थिरकेंगी। इस आयोजन में स्थानीय कलाकारों द्वारा भी सहभागिता निभाई जाएगी। स्थानीय लोक कलाकार भी देश के विभिन्न छह राज्यों से आने वाले कलाकारों के साथ अपनी रंगारंग प्रस्तुतियां देकर आदिवासी कला संस्कृति की बानगी देश दुनिया तक पहुंचाएंगे।
जिला प्रशासन, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, माणिक्य लाल वर्मा आदिम जाति शोध संस्थान एवं पर्यटन विभाग के तत्वावधान में आयोजित महोत्सव में बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटकों के पहुँचने की संभावना है। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने इस महोत्सव के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए  देश भर के पर्यटकों से आदि महोत्सव में सहभागिता का आह्वान किया है। जिला कलेक्टर ताराचन्द मीणा ने बताया कि उद्घाटन समारोह प्रातः 11 बजे राजकीय जनजाति एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल कोटडा में आयोजित होगा।
जनजाति कलाकारों की प्रस्तुति होगी आकर्षण का केंद्र
आदि महोत्सव में 7 राज्यों के जनजाति कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया दी जाएगी। इसमें पश्चिम बंगाल के कलाकारों द्वारा नटुवा नृत्य, उड़ीसा के कलाकारों द्वारा सिंगारी नृत्य, लद्दाख के कलाकारों द्वारा याक नृत्य, गुजरात के कलाकारों द्वारा राठवा नृत्य, महाराष्ट्र के कलाकारों द्वारा सोंगी मुखवटे नृत्य, मध्यप्रदेश के कलाकारों द्वारा गुटुम्ब बाजा नृत्य एवं छत्तीसगढ़ के कलाकारों द्वारा सिलाधरना नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। राजस्थान के जनजाति कलाकार भी अपनी परफॉर्मेंस देंगे। इसके तहत बारां के कलाकार स्वांग नृत्य, बांसवाड़ा के कलाकार गेर नृत्य एवं घूमरा नृत्य, उदयपुर के कलाकार गवरी, कच्छी घोड़ी एवं मावलिया नृत्य, सिरोही के कलाकार रायन नृत्य की प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा कोटड़ा के कलाकार द्वारा भी विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
खेल, एडवेंचर स्पोर्ट्स, प्रदर्शनी का रहेगा आकर्षण
जिला कलेक्टर ने बताया कि आदि महोत्सव अंतर्गत पानरवा एवं नाल सांडोल में वन भ्रमण का आयोजन किया जाएगा इसके अलावा विभिन्न प्रकार के एडवेंचर स्पोर्ट्स भी आकर्षण का केंद्र होंगे जिसमें जिप लाइन एडवेंचर प्रमुख रूप से शामिल है। परंपरागत खेल कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। हस्तकला प्रदर्शनी एवं दो दर्जन से अधिक स्टॉल्स पर स्थानीय व्यंजनों, उत्पादों, राजकीय योजनाओं की प्रदर्शनी का आयोजन भी होगा।
रंगायन का होगा विमोचन
आदि महोत्सव के मुख्य समारोह में भारतीय लोक कला मंडल के सांस्कृतिक प्रकाशन ‘रंगायन’ का विमोचन मुख्य अतिथि के हाथों किया जाएगा। रंगायन के संपादक भारतीय लोक कला मंडल के निदेशक लईक हुसैन ने बताया कि आदि महोत्सव के उपलक्ष्य में रंगायन का जनजाति विशेषांक प्रकाशित किया गया है जिसमें देश भर की जनजाति कला संस्कृति की जानकारी दी गई है।
सोशल मीडिया से हो रहा प्रचार प्रसार, शहर भर में लगाए होर्डिंग्स

उदयपुर शहर में आने वाले पर्यटकों को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा आदि महोत्सव के लिए विशेष रूप से अंग्रेजी और हिंदी के आकर्षक हार्डिंग तैयार करवाए गए हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी विभिन्न फोटो, स्टिकर्स, वीडियो पोस्ट के माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया है एवं लोगों को आकर्षित किया जा रहा है।
ये रहेगा आयोजनों का गणित
महोत्सव का शुभारंभ 27 सितंबर को प्रातः 11 बजे होगा। दोपहर 2 बजे से अपराह्न 4 बजे तक परंपरागत खेलों का आयोजन होगा। दूसरे दिन 28 सितंबर को पूरे दिन प्रातः 11 बजे से सायं 5 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। आदि महोत्सव का समापन समारोह भारतीय लोक कला मंडल में 29 सितंबर को शाम 7 बजे मुक्ताकाशी रंगमंच पर आयोजित होगा।
By Udaipurviews

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