भीलवाडा 29 नवंबर। कृषि विज्ञान केन्द्र पर महाराष्ट्र के गैर राजकीय संगठन द्वारा भ्रमण किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी.एम. यादव ने बताया कि महाराष्ट्र के गैर राजकीय संगठन लाजराज एन्टरप्राईजेज के निदेशक सुनील राजकुमार गुलानी एवं उनकी टीम को केन्द्र पर स्थापित सजीव इकाईयों मुर्गी पालन, खरगोश, बकरी, डेयरी, मछली, वर्मीकम्पोस्ट, प्राकृतिक खेती आदि का भ्रमण करवाया गया। डॉ. यादव ने जैविक तरीके से मुर्गीपालन के बारे में जानकारी देते हुए मुर्गियों के आवास एवं आहार प्रबन्धन, बू्रडर द्वारा तापमान नियन्त्रण, अण्डों का भण्ड़ारण एवं जैविक अण्डा उतपादन तकनीकी को विस्तापूर्वक समझाया।
इस अवसर पर आत्मा द्वारा प्रायोजित 300 सम्बद्ध प्रदर्शनों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जिसको लाज राज एन्टरप्राईजेज के निदेशक ने सराहना करते हुए बताया कि मुर्गी पालन एवं बकरी पालन कृषक परिवारों में आत्महत्या जैसे कृत्य को रोकने में सहायक है साथ ही परिवार हेतु रोजगार एवं आजीविका का सुरक्षित पहलू है।
उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा डॉ. जी.एल. चावला ने आत्मा द्वारा प्रायोजित गतिविधियों को विस्तार पूर्वक समझाया। डॉ. चावला ने बताया कि जिले में आत्मा द्वारा प्रायोजित प्रदर्शनों के माध्यम से मुर्गी पालकों के परिवारों मे पोषण स्तर में सुधार के साथ-साथ अतिरिक्त आमदनी का जरिया साबित हुआ है।
श्री किशन पांचाल ने बताया कि वर्तमान में हो रही संरक्षित खेती जैसे पॉली हाउस, शेडनेट हाऊस एवं मल्चिंग, लो टनल व ड्रिप तकनीकी के माध्यम से कम जमीन में जैविक सब्जियां उत्पादन कर अधिक मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है।
प्रोफेसर के सी नागर ने आये हुए भ्रमण दल का स्वागत एवं केन्द्र की गतिविधियों के साथ-साथ प्राकृतिक खेती को वर्तमान समय में अपनाने की सलाह देते हुए बीजामृत, जीवामृत, घनामृत एवं जैविक पंचगव्य, वेस्ट डीकम्पोजर, दशपर्णी, नीमास्त्र एवु ब्रह्मास्त्र को बनाने की तकनीक बताई। भ्रमण दल में लीलाधर, आराधना, वर्षा कटारा, रिवाज सिद्ध उपस्थित थे।
उत्तर मैट्रिक विशेष पिछडा वर्ग छात्रवृति योजनान्तर्गत सभी आक्षेपित और लम्बित आवेदनों को शीघ्र निस्तारण करावें
भीलवाडा 29 नवंबर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक ने बताया कि उत्तर मैट्रिक विशेष पिछडा वर्ग छात्रवृति योजनान्तर्गत सभी राजकीय व अराजकीय शिक्षण संस्थानों को सूचित किया है कि वर्ष 2019-20, 2020-21 व 2021-22 की अवधि के विशेष पिछड़ा वर्ग में लम्बित आवेदनों का नियमानुसार निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया है कि सभी आक्षेपित और लम्बित आवेदनों को शिक्षण संस्थान और विद्यार्थी स्तर से तीन दिवस में आवश्यक रूप से शीघ्र निस्तारण करावे।