उदयपुर, 22 नवंबर/ पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान में पॉच दिवसीय आवासीय पशुधन सहायक कृत्रिम गर्भाधान प्रत्यास्मरण शिविर का समापन शुक्रवार को हुआ। संस्थान के उपनिदेशक डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी ने कहा कि पशुधन सहायक प्रजनन नीति के अनुरूप नस्ल सुधार कार्यक्रम को कियान्वित कर पशु उत्पादन में वृद्धि एवं पशुपालकों को लाभांवित करने का प्रयास करें। इस कार्यक्रम में उदयपुर एवं कोटा संभाग के चयनित 22 पशुधन सहायकों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण में डॉ. शरद अरोड़ा, डॉ. चन्द्रशेखर वैष्णव, डॉ. दिनेश झाम्ब, डॉ. महेन्द्र मेहता, डॉ. सुभाष, डॉ. योगेश, डॉ. हंस कुमार जैन, डॉ. सविता मीणा, डॉ. विजय माने, डॉ. लक्ष्मी लाल, डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी, डॉ. सुरेश शर्मा, डॉ. पद्मा मील, चन्द्रशेखर, पन्नालाल शर्मा आदि ने सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया ।
जागरूकता रैली में किया पशुपालकों को जागरूक
उदयपुर, 22 नवंबर/ राजकीय पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित जीवाणुरोधी रोग प्रतिरोधक जागरूकता सप्ताह के तहत शुक्रवार को जागरूकता रैली में पशुपालकों को जागरूक किया। संस्थान के उपनिदेशक डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी ने पशु चिकित्सक की सलाह से पशुओं को जीवाणुरोधी औषधी देने की सलाह दी। संस्थान के डॉ. सुरेश शर्मा ने कहा कि पशुपालकों को पशुओं का उचित उपचार करना चाहिए और रोग के ठीक नहीं होने पर तुरन्त अपने पशु चिकित्सक से सम्पर्क करे। डॉ. पदमा मील ने कहा कि समय समय पर पशुओं की मल मूत्र, रक्त की जाँच कराते रहे तत्पश्चात उनमें पाये जाने वाले संक्रमण आधार पर ही उपचार करायें।