हमारे संयम ने पूरी दुनिया को बताया है कि उदयपुर में शांति कायम है और रहेगी-संभागीय आयुक्त
उदयपुर 8 जुलाई। संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने कहा है कि एक जघन्य घटना के चंद दिनों के बाद ही जगन्नाथ रथयात्रा के भव्य व उत्साहपूर्ण आयोजन ने इस शहर के संयम और शांति की परंपरा को उद्घाटित किया है। हमारे इसी संयम ने पूरी दुनिया को बताया है कि उदयपुर में शांति कायम है और रहेगी।
संभागीय आयुक्त भट्ट शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में आगामी 10 जुलाई को आयोजित होने वाले ईद उल अजहा त्यौहार के मध्यनजर आयोजित हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट में किया गया।
बैठक में जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, आईपीएस कुंदन, एडीएम ओपी बुनकर, एएसपी चंद्रशील ठाकुर, उप महापौर पारस सिंघवी सहित पुलिस और प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी व बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
अपराधियों को बक्शा नहीं जाएगा: संभागीय आयुक्त
संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने कहा कि उदयपुर शहर के धानमंडी थाना क्षेत्र में गत 28 जून को हुई दुखद घटना के अपराधियों को किसी भी हाल में बक्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा जो भी व्यक्ति कानून व्यवस्था प्रभावित करेगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जिस पर जगन्नाथ यात्रा का आयोजन हर्षाेल्लास एवं शांति के साथ किया गया उसी प्रकार आगामी समय में भी त्यौहार भाईचारे के साथ आयोजित हों। उन्होंने युवाओं के सोशल मीडिया के दुरूपयोग पर चिंता प्रकट करते हुए समाज के वरिष्ठजनों से युवाओं को सोशल मीडिया के सदुपयोग करने के लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस व प्रशासन हर व्यक्ति की समस्या को सुनने के लिए आधी रात को भी तैयार है।
ताना-बाना बिगड़ने वालों पर कार्रवाई जरुरी:संभागीय आयुक्त
संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने कहा कि हमें समाज में प्रेम बनाए रखना है, आपसी ताना-बाना बिगड़ने वालों पर कार्रवाई जरुरी है, चाहे वह किसी भी धर्म या समुदाय का हो। उन्होंने कहा कि युवाओं में धीरे-धीरे संवेदनशीलता एवं धैर्य ख़त्म हो रहा है। संभागीय आयुक्त ने कहा कि उदयपुर की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है, ऐसे में हमें विश्व को सन्देश देना है कि उदयपुर में माहौल शांतिपूर्ण है, जिससे कि पर्यटक पुनः अच्छी संख्या में यहाँ आ पाएं और सबकी रोजी रोटी चल सके।
समाज में अशांति फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे: आईजी
आईजी प्रफुल्ल कुमार ने हिन्दू एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा वर्ग बहुत जल्द आंदोलित हो जाता है, ऐसे में समाज के वरिष्ठ अनुभवी व्यक्तियों को चाहिए कि वे इन्हें उचित दिशा दें। उन्होंने सोशल मीडिया पर फैलने वाले भड़काऊ और भ्रामक सन्देश आगे फॉरवर्ड न करने एवं ऐसे संदेश की पुलिस को समय पर जानकारी देते हेतु कहा। घटना कोई एक व्यक्ति करता है तो पूरा समाज उससे प्रभावित होता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि पुलिस द्वारा आगामी त्यौहारों के दौरान पुख्ता सुरक्षा व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएंगी और यदि माहौल ठीक हो गया तो सभी प्रकार की पाबंदिया भी हटा ली जाएंगी। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी उन्हें कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग हेतु भरोसा दिलाया।
सुरक्षा व कानून व्यवस्था के बगैर समाज की तरक्की नहीं: कलक्टर-एसपी
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा और एसपी विकास शर्मा ने हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियों से कहा कि उदयपुर शहर शांतिप्रिय शहर है एवं यहाँ हमेशा से भाईचारा और अमन रहा है, इसे कायम रखना सभी का कर्तव्य है। एक घटना के कारण उदयपुर की छवि को बड़ा आघात पहुंचा है ऐसे में सबको मिलकर उस छवि को वापस स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि जिस समाज में सुरक्षा व कानून व्यवस्था नहीं है वह तरक्की नहीं कर सकता। उन्होंने बैठक में पहुंचे लोगों की भावना के अनुरूप आगामी समय में भी जनसमस्याओं के मध्यनजर एक पृथक बैठक आयोजित करने हेतु आश्वस्त किया और सबके समन्वय के साथ उदयपुर को तरक्की की राह पर ले जाने का आह्वान किया।
इन बिंदुओं पर हुआ विचार विमर्श, दिए महत्त्वपूर्ण निर्देश:
बैठक में अधिकारियों ने हिन्दू संगठनों, सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से ईद उल अजहा के सम्बन्ध में आवश्यक बिन्दुओं पर शांति एवं क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के सन्दर्भ में चर्चा की। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे प्रतिनिधियों ने भी शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर प्रशासन को अहम् सुझाव दिए जिन पर क्रियान्विति हेतु प्रशासन और पुलिस की ओर से आश्वस्त किया गया। प्रतिनिधियों ने किसी भी धर्मगुरु के विरूद्ध कोई टिप्पणी नहीं करने, बीट कांस्टेबल के नंबर अपडेट करवाने, देर रात्रि तक खुली रहने वाली दुकानों को बंद करवाने आदि पर कार्यवाही की मांग की। इस दौरान प्रतिनिधियों की मांग पर संभागीय आयुक्त ने वेस्ट कलेक्शन हेतु अतिरिक्त वाहन लगाने एवं नगर निगम की ओर से पुख्ता साफ़-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु सभी को विश्वास दिलाया। हिन्दू संगठनों ने भी उदयपुर में 28 जून को घटित दुखद घटना के बाद शहर और जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
अभिव्यक्ति की आज़ादी का हो सही उपयोग:
बैठक में संभागीय आयुक्त, आइजी, कलक्टर, एसपी ने सभी संगठनों के प्रतिनिधियों से अपील कर कहा कि सोशल मीडिया के इस दौर में अभिव्यक्ति की आज़ादी का सही उपयोग जरुरी है। हम सभी को ऐसी अभिव्यक्ति करनी होगी, जिससे समाज में अशांति न फैले। उन्होंने किसी अन्य जगह की घटना के कारण हमारे जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था प्रभावित हो ऐसा कार्य भी न करने की बात कही।