उदयपुर 25 नवंबर। भारत सरकार के आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र के उदयपुर केन्द्र द्वारा मॉडल पब्लिक रेजिडेंशियल स्कूल विद्यालय ढ़ीकली में आयोजित पांच दिवसीय अमृत केंप “कदम कदम बढ़ाए जा” का समापन शुक्रवार को हुआ।
संस्था के परामर्शक ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि इस अमृत केंप में विभिन्न विद्यालयों के 350 बालिका विद्यार्थियों को प्रतिदिन सीसीआरटी के शिल्पकारों-विशेषज्ञों द्वारा भारतीय पारंपरिक हस्तशिल्प मृणकला मनोहर लाल कुम्हार, बंधेज कला का जनाब सिराजुद्दीन, पेपरमेशी कला का कैलाश खटीक, पेपर क्राफ्ट का श्रीमती सीमा कंठालिया, जिल्दसाजी का भरत माली तथा राजस्थानी लोकनृत्य का ओम कुमावत, मुकाभिनय का सुनील टाँक, एवं डॉ. पामिल मोदी ने भारत की विभिन्न भाषाओं का प्रायोगिक कक्षाओं के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया जो कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिये सहायक होंगे। इसके साथ ही छात्राओं ने मुकाभिनय के माध्यम से विभिन्न हाव-भाव द्वारा घटनाओं को अभिव्यक्त करने की कला को सीखा। विभिन्न राष्ट्रीय भाषाओं के गीतों की प्रायोगिक सत्र में राजस्थानी, गुजराती, उडि़या एवं कश्मीरी एवं हिन्दी गीतों को सीखा। राजस्थानी लोक नृत्य के भिन्न भिन्न प्रकार के नृत्यों एवं विभिन्न स्तर/मुद्राओं का भी प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर सीसीआरटी से सुनील भण्डारी, हितेष पानेरी एवं संस्था प्रधान श्रीमती डिम्पल घोगरा व केंप प्रभारी जिग्नेश उपाध्याय उपस्थित रहे।