अमृता हाट मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हुआ आयोजन, हाट मेले में 11 लाख की बिक्री हुई
प्रतापगढ़,5 दिसम्बर। महिला अधिकारिता विभाग द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण एवं महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन प्रदान करने के लिये जिला स्तरीय अमृता हाट मेले का आयोजन किया जा रहा है।
महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक डॉ. नेहा माथुर ने बताया की आयोजन के चौथे दिन लगभग 11 लाख की बिक्री हुई है। लोगों ने गर्म कपड़ो, कुर्तियों, धनुष-बाण और अन्य उत्पादों के प्रति उत्साह दिखाया। चौथे दिन की सध्या पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय वरमण्डल, केजीबीवी विद्यालय अचलपुरा, उच्च प्राथमिक विद्यालय साकरिया, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झांसड़ी, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रतापगढ़ विद्यालयांे में अध्यनरत बच्चों द्वारा घूमर, कालबेलिया, गैर नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी गई।
इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव, सहायक जिला कलक्टर अभिमन्युसिंह कुन्तल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. टी.आर आमेटा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक सुनिल मोर्य उपस्थित रहे। सांस्कृतिक संध्या का संचालन सुधीर बोहरा व रेखा बोहरा ने किया।
कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसका संचालन कवि कुंवर प्रताप ने किया। इस अवसर पर सुरेन्द्र सुमन ने देशभक्ति, अखिलेश नन्दकिशोर संवारिया जी महिला पर पंक्तिया, राजेन्द्र जोशी बेटी तो है दो कुल की शान, चन्द्रप्रकाश द्विवेदी ने श्रृंगार का गीत, मनोहर मनु, हरिओम हर पल हास्य व्यंग की रचना प्रस्तुत कर दर्षकों को हंसाया। हरिश व्यास ने देषभक्ति का गीत पढ़ा, भोमसिंह भोम, गफिर सागर, कुंवर प्रताप ने भी कविताएं प्रस्तुत की। सभी कवियों को जिला कलक्टर द्वारा प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
सोमवार को अमृता हाट मेले का समापन समारोह आयोजित किया गया। इस वर्ष राजस्थान के कुल 15 जिलों के 81 से अधिक स्वयं सहायता समूहों ने मेले में भाग लिया। विभाग द्वारा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के मध्य चेयर रैस, गायन, हिन्दी वर्ण-माला उचारण, मेंहदी, नृत्य आदि प्रतियागिताएं आयोजित की गई। समापन समारोह में विजेताओं को सम्मानित किया।
विद्यालयों को जल कनेक्शन उपलब्ध हो-जिला कलक्टर
प्रतापगढ़,5 दिसम्बर। जिला कलक्टर डॉ. इन्द्रजीत यादव की अध्यक्षता में सोमवार को मिनी सचिवालय परिसर में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियो की बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में जिला कलक्टर ने अधिकारियों से राजकीय विद्यालयों में चारदीवारी, विद्युत कनेक्शन, पोषण वाटिका, ई-मित्र रेट चार्ट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में शौचालय की स्थिति, छात्रावासों में रंग रोगन व मरम्मत कार्य व मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम जुडवाने के निर्देष दिए। उन्हांेने सड़कों की मरम्मत कराने, आंगनवाड़ी में जल उपलब्धता व विद्युत कनेक्शन, विद्यालयांे मंे बच्चांे की एनीमिया जांच कराने, इंदिरा रसोई योजना, इंदिरा गाँधी शहरी रोजगार गारंटी योजना व पालनहार योजना के बारे में जानकारी ली और आवष्यक निर्देश प्रदान दिए। जिला कलक्टर ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत विद्यालयों को नल कनेक्शन उपलब्ध करवाने व जहां हैंडपंप हो वहाँ जल की गुणवत्ता जांचने के निर्देश भी दिए।
बैठक में सहायक कलेक्टर अभिमन्युसिंह कुंतल, उपखण्ड अधिकारी छोटीसादड़ी विनोद कुमार मल्होत्रा, अरनोद उपखण्ड अधिकारी बीएल स्वामी, पीपलखूंट उपखण्ड अधिकारी हुक्मीचन्द रोहलानिया, विकास अधिकारी, तहसीलदार सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
आर एस सी आई टी,आर एस सी एफ ए और आर एस -सी एस ई पी में
आवेदन करने की अन्तिम तिथि 10
प्रतापगढ़,5 दिसम्बर। महिला अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित इन्दिरा महिला शक्ति प्रशिक्षण व कौशल संवर्द्धन योजना के अंतर्गत वर्ष 2022-23 में महिला एवं बालिकाओं के शैक्षणिक एवं आर्थिक विकास कर उन्हें रोजगारोन्मुख बनाने के लिए निःशुल्क आर एस सी आई टी, आर एस सी एफ ए व आर एस-सी एस ई पी प्रशिक्षण हेतु ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किए गए है।
महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक नेहा माथुर ने बताया की महिला अधिकारिता विभाग एवं आर के सी एल के संयुक्त प्रयास से महिलाओं/बालिकाओं को कम्प्युटर शिक्षा से जोड़ने के लिए बेसिक कम्प्युटर प्रशिक्षण कोर्सआर एस सी आई टी, वित्तीय शिक्षा यथा टेली आदि के लिए आर एस सी एफ ए एवं व्यक्तित्व विकास व अंग्रेजी स्पीकींग के लिए आर एस-सी एस ई पी कोर्स का संचालन किया जा रहा है । आर एस सी आई टी में 16 वर्ष से 40 वर्ष की 10 वीं पास महिला/बालिका आर एस सी एफ ए में 16 वर्ष से 40 वर्ष की 12 वीं पास महिला/बालिका और आर एस-सी एस ई पी में 16 वर्ष से 45 वर्ष की 12वीं पास महिलाएं व बालिकाएं आवेदन कर सकती है।आवेदनकर्ता एसएसओ आईडी के माध्यम से आवेदन कर सकते है। आवेदन की अंतिम तिथि 10 दिसम्बर है।
जिले में केवल 35 प्रतिषत पेंषनार्थियों ने कराया भौतिक सत्यापन
प्रतापगढ़, 5 दिसम्बर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित समाजिक सुरक्षा पेंषन योजना वृ़द्धावस्था, दिव्यांग एवं एकल नारी पेंषन का सम्मान लेने वाले प्रत्येक पंेषनर की प्रतिवर्ष दिसंबर माह में भौतिक सत्यापन कराना आवष्यक होता है। जिससे की उनकी अगले वर्ष के लिए पेंषन जारी रखी जा सके।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेषक डॉ. टी.आर. आमेटा ने बताा कि प्रतापगढ़ जिले में कुल 1,50,783 पेंषनर इस योजना से लाभान्वित हो रहे है। इनमें से मात्र 52,719 लाभार्थियों ने अपना भौतिक सत्यापन करवाया है। अभी भी 98,064 पेंषनार्थी ऐसे है, जिन्होनें अपना भौतिक सत्यापन नहीं करवाया है इन पेंषनार्थियों को जनवरी माह में किया जाने वाला भुगतान संभव नहीं हो पायेगा। आमेटा ने पेंषन सत्यापन की प्रकिया के बारे में अवगत कराया कि कोई भी पेंषनार्थी अपने निकटतम ई-मित्र पर जाकर अपनी सत्यापन की कार्यवाही करवा सकता है। इसके लिये उसे अपना पी.पी.ओ. एवं आधार कार्ड लेेकर ई-मित्र पर जाना होगा जहां पर बायोमेट्रिक प्रक्रिया से उसका सत्यापन करवाया जा रहा है। कुछ प्रकरणों में यदि उम्र अधिक होने की वजह से या अस्पष्टता की वजह से सत्यापन नहीं हो पा रहा है, तो ऐसे पेंषनार्थियों अपने स्वीकृतकर्त्ता अधिकारी के समक्ष उपस्थित हो सकते है जहां पर उनके ओ.टी.पी. के माध्यम से उनकी सत्यापन की कार्यवाही करवाई जा सकती है। यह स्वीकृत अधिकारी शहरी मेें उपखंड अधिकारी तथा ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित विकास अधिकारी हैं।
आमेटा ने बताया कि पिछले वर्ष भी ऐसे पेंषनार्थी जिन्होंने सत्यापन नहीं करवाया था। उनकी पेंषन स्थाई रूप से रोक दी गई थी, जिससे दुबारा शुरू करवाने में बहुत ही पेंचीदा प्रक्रिया से गुजरना पड़ा था।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि जो भी प्रार्थी पेंषनार्थी सत्यापन से शेष है वे शीघ्र अपना सत्यापन सुनिष्चित करावे ताकि उनकी पेंषन सतत् रूप से जारी रखी जा सके।