अभिभावकों और उनकी संतानों के बीच फासला पैदा करने वाले दूषित विचारों को दूर करना होगा : लक्ष्यराज सिंह मेवाड़

तारा संस्थान के स्थापना के 12 साल पूरे करने के उपलक्ष्य में आयोजित स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोले मेवाड़ |

उदयपुर. तारा संस्थान ने अपने स्थापना के 12 साल पूरे करने के उपलक्ष्य में शनिवार को स्थापना दिवस हिरणमगरी सेक्टर-6 में मनाया। इस स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि अपने-अपने घरों से और अपने बेटे-बेटियों से बिछड़कर तारा संस्थान में रह रहे सभी सम्मानित बुजुर्गों के चेहरे पर खुशी देखकर महसूस कर पा रहा हूं कि आप यहां एक परिवार की तरह रह रहे हैं। इस अद्वितीय सेवा के मंदिर तारा संस्थान का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं और ईश्वर से कामना करता हूं कि प्रभु तारा संस्थान के सभी सेवाभावी महानुभावों को अपार पुण्य प्रदान करते रहें। लक्ष्यराज सिंह ने तारा संस्थान में निवासरत सभी बुजुर्गों को सिटी पैलेस में भोजन पर आमंत्रित किया। उन्होंने बेसहारों का सहारा बने तारा संस्थान के लिए शुभकामनाएं संप्रेषित कीं।
लक्ष्यराज सिंह ने व्यथित होकर कहा कि जैसे नन्हे-नन्हे पौधों को प्रतिदिन सींचकर, रख-रखाव कर उन्हें बड़े करते हैं तो उनमें पत्तियां और इसके बाद पुष्प पल्लवित होते हैं, फिर लंबे अरसे के बाद फल प्राप्त होते हैं। हम सबके माता-पिता हम सबके जीवन को इसी तरह हराभरा करके पल्लवित करते हैं और जब उनको फल प्राप्ति की जरूरत होती है तब वे इससे क्यों वंचित कर दिए जाते हैं? अभिभावकों और उनकी संतानों के बीच फासला पैदा करने वाले दूषित विचारों को दूर करना होगा। इस संसार में माता-पिता की सेवा से बढ़कर किसी की सेवा नहीं हो सकती है। माता-पिता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। हर व्यक्ति और हर समाज को धरोहर रूपी बुजुर्गों की सेवा-सुश्रुशा के लिए बढ़-चढ़कर आगे आने की जरूरत है।
इस दौरान तारा संस्थान अध्यक्ष कल्पना गोयल और सचिव दीपेश मित्तल ने संस्थान सवा लाख से ज्यादा नेत्र रोगियों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन निशुल्क करवाए जा चुके हैं|

By Udaipurviews

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