उदयपुर, 29 नवंबर। संभाग स्तरीय अमृता हाट के छठें दिन मंगलवार को मेलार्थियों की अच्छी-खासी भीड़ रही। मेले में खरीददारों ने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों की जमकर खरीददारी की। मेले में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन हुआ। मेलार्थी “अंजन की सीटी में मारो मन डोले” गाने की धुन पर जमकर थिरके। साथ ही महिलाओं ने गरबा रास आयोजन पर अपनी प्रस्तुति दी।
मेले में राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शैलेन्द्र पण्ड्या, ने बताया कि महिला सशक्तिकरण के साथ बाल अधिकारों के संरक्षण के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सरकारी एवं गैर सरकारी स्तर पर सामूहिक रूप से समन्वित एवं सतत् प्रयास से हम बाल मित्र राजस्थान का सपना साकार कर पाऐंगे।
मेले में महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को सम्बोधित करते हुए पुलिस उपाधीक्षक श्रीमती ने कहा कि अमृता हाट महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का अनूठा प्रयास है। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह अमृता हाट मेला महिला सशक्तिकरण को बढावा देता है। महिला अधिकारिता उपनिदेशक संजय जोशी ने बताया कि अमृता हाट में अब तक महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगभग 23.71 लाख से अधिक स्वयं के द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री दर्ज की गई। मेले में गोरबन्ध लोककला संस्थान बाड़मेर के दल प्रमुख देवेन्द्र गोतम एवं अन्य साथी कलाकार द्वारा ’अवलुडी सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति ने मेलार्थियों का मन मोहा।
संभाग स्तरीय अमृता हाट में उमड़ी भीड़, हुई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
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