उदयपुर 28 नवम्बर । आत्मविश्वास से भरे दिव्यांगों ने यह साबित कर दिया कि विश्वास, मेहनत व हौसलों से हर परेशानी को दूर किया जा सकता है ।
खुद को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले खुदा पूछे तुमसे बता तेरी रजा क्या है। यह नजारा था तृतीय नेशनल व्हीलचेयर चैंपियनशिप के चल रहे लीग मैच के मुकाबलों का। नारायण सेवा संस्थान, DCCI, WCI एवं राजस्थान रॉयल्स के साझे में रविवार से शुरू हुई चैम्पियनशिप के पहले दिन विभिन्न ग्राउंड पर 6 हुए।
संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि पहली पारी में नारायण दिव्यांग स्पोर्ट्स एकेडमी में हरियाणा वर्सेज कर्नाटक के बीच हुआ। जिसमें हरियाणा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 192 रन बनाए। जवाब में कर्नाटक ने टीम ने 17.1ओवर में तीन विकेट खोकर विजयी लक्ष्य हासिल कर लिया। कर्नाटक के सागर गौवड़ा ने 33 बॉल पर 9 चौकों की मदद से 51 रन और 4 ओवर में 2 महत्वपूर्ण विकेट भी लिए और मैन ऑफ़ दी मैच रहे। वहीं राणाप्रताप नगर रेलवे ग्राउंड पर गुजरात वर्सेज मेजबान राजस्थान के बीच मैच खेला गया। जिसमें गुजरात ने पहले खेलते हुए 18 ओवर में 110 रन का ही बना सकी।
राजस्थान की टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 15 ओवर में 108 रन पर आल आउट होकर पराजित हुई। मैन ऑफ़ दी मैच गुजरात के कप्तान भीमा कुंती रहे । जिन्होंने घातक गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 20 रन देकर 5 विकेट चटकाए। प्रथम पारी में आरसीए ग्राउंड पर पहला मुकाबला आंध्रप्रदेश वर्सेज उत्तराखंड के मध्य खेला गया। जिसमें टॉस उत्तराखंड ने जीतकर पहले फील्डिंग चुनी।
आंध्रप्रदेश ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 9 विकेट पर 105 रन ही बना सका। मजबूत इरादों के साथ उतरी उत्तराखंड की टीम ने 13.4 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस मैच में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले उत्तराखंड के अनुज कुमार मैंन ऑफ़ द मैच चुना गया। जिन्होंने चार ओवर फेंकते हुए 24 रन देकर 3 विकेट लिए।
मैन ऑफ़ द मैंच की ट्रॉफी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सयुक्त सचिव डॉ.कमलेश शर्मा ने भेंट करते हुए खिलाड़ियों के हौसलों की प्रसंशा की।
दूसरी पारी में…. आरसीए ग्राउंड पर
मध्यप्रदेश वर्सेज़ बड़ौदा के मध्य खेला गया । जिसमें मध्यप्रदेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 274 रन का पहाड़ जैसा रिकॉर्ड टारगेट दिया। मध्यप्रदेश टीम का क्षेत्ररक्षण, बेटिंग और बोलिंग कमाल की थी। दर्शकों ने खूब लुत्फ उठाया। जबाब में बड़ौदा की टीम 134 पर सिमट गई। एमपी के कमल कनचोले मैन ऑफ द मैच चुने गए। जिन्हें अर्चना ग्रुप के मैनिजिंग डायरेक्टर सौरभ पालीवाल व वत्स एकेडमी के डायरेक्टर डीएल पाटीदार ने टॉफी और प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान डब्ल्यूसीआई के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह संयोजक रविश कावड़िया,हरि प्रसाद लढ्ढा, अर्जुन चौधरी, रूपेश चौहान मौजूद रहे।
कमल ने किया कमाल केरियर का पहला और सबसे तेज शतक ठोका
53 गेंद में 125 रन , 23 चौके और 4 छक्के की मदद से मध्यप्रदेश ने 275 रन बनाकर मुम्बई के 266 का रिकॉर्ड तोड़ा
मध्यप्रदेश के खिलाड़ी कमल 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं। इनके पिता सिक्योरिटी गार्ड थे लेकिन कुछ वर्षों से वे लकवाग्रस्त है। उनके इलाज की जिम्मेदारी भी उनके कन्धों पर है। कमल का जीवन भी बहुत चुनोतिपूर्ण है। घर चलाने के लिए जिम ट्रेनर की नौकरी शुरू की लेकिन क्रिकेट के लिए छुटटी नही मिलने के कारण छोड़ दी। वे क्रिकेट मैंच के अलावा ऑटो चलाकर परिवार का पेट भरते हैं। वे इंडिया ए से भी खेलते है । अब तक 4 अर्द्ध शतक लगा चुके है। इनका प्रदर्शन देखते हुए 2 माह पहले भारतीय व्हीलचेयर टीम में भी चयन हुआ। उन्होंने इस शतक की खुशी जाहिर करते हुए नारायण सेवा संस्थान की बेहतरीन व्यवस्थाओं की प्रशंसा की।