योजनाएँ तय समय पर पूरा करने के दिये निर्देश
जयपुर, 19 जुलाई। मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने मंगलवार को शासन सचिवालय में आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी (आयुष) विभाग की बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बजट घोषणाओं का समयबद्व क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, जिससे इन चिकित्सा उपचारों द्वारा आमजन को विभिन्न बीमारियों से राहत मिले और राज्य सरकार का निरोगी राजस्थान का सपना साकार हो।
श्रीमती शर्मा ने कहा कि राज्य के पर्यटन एवं धार्मिक स्थानों पर आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के मेडिकल टूरिज्म सेंटर्स की पीपीपी मोड पर स्थापना की योजना को लक्ष्य के अनुरूप पूरा करें, इससे राज्य को मेडिकल टूरिज्म हब के रूप में नई पहचान मिलेगी। उन्होंने विभागीय बजट घोषणाओं के बजट आवंटन तथा जमीन की स्वीकृति का कार्य शीघ्रता से करने के लिए कहा, जिससे जमीन पर लोगों को योजनाओं का फायदा मिल सके।
उन्होंने अजमेर तथा जोधपुर में राजकीय हौम्योपैथिक महाविद्यालय स्थापित करने, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में नवीन पीजी महिला छात्रावास एवं वर्तमान स्नातक छात्रावास का निर्माण, जोधपुर में इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन पंचकर्म की स्थापना तथा राज्य के 58 ब्लॉक मुख्यालयों पर आयुष चिकित्सालय खोलन एवं एक हजार आयुर्वेद औषधालयों को हैल्थ एंड वेलनेस सेन्टर के रूप में विकसित करने के साथ ही विभागीय पदोन्नति और भर्तियों सहित विभिन्न बजट घोषणाओं की प्रगति पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
बैठक में शासन सचिव, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा पद्धति विभाग श्रीमती विनीता श्रीवास्तव ने प्रजेंटेशन के माध्यम से विभागीय योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दी।
आयुष राज्य मंत्री ने बताया कि अजमेर में राजस्थान राज्य अनुसंधान केन्द्र की स्थापना की जाएगी साथ ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बजट घोषणा के अनुसार उदयपुर तथा जोधपुर में योग एवं नेचुरोपेथी के कॉलेज खोले जाएंगे तथा इन कॉलेजों में पंचकर्म की सुविधा भी विकसित की जाएगी, इस संबंध में 6 नवीन आयुर्वेद महाविद्यालय प्रारंभ किए जाने के लिए नई दिल्ली के भारतीय चिकित्सा पद्वति राष्ट्रीय आयोग में आवेदन किया जा चुका है।
बैठक में । इस अवसर पर आर एन शर्मा, उप शासन सचिव, आयुष विभाग, विशेषाधिकारी, आयुष श्री गिरधर गोपाल सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद थे।