1.5 करोड़ की लागत से तैयार नवजात के लिए 30 बेड की यूनिट
चित्तौड़गढ़, 20 अक्टूबर। जिला अस्पताल के महिला बाल चिकित्सालय में 1.5 करोड़ की लागत से नवनिर्मित यूनिट का लोकार्पण शुक्रवार दोपहर 3 बजे बजे अध्यक्ष राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण बोर्ड सुरेंद्र सिंह जाड़ावत और जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल करेंगे। महिला बाल चिकित्सालय में एसएनसीयू (स्पेशलिटी न्यू बोर्ड बेबी केयर यूनिट) में भर्ती होने वाले नवजात के लिए 30 बेड की अलग से यूनिट बनाई गई है।
राज्यमद से 1.5 करोड़ रुपए खर्च
पूर्व में राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने यूनिट की जगह का निरीक्षण किया था। महिला बाल चिकित्सालय चितौड़गढ़ में मदर एंड न्योनेटल केयर यूनिट तैयार करने के लिए राजस्थान सरकार ने 1.5 करोड़ का बजट जारी किया था। गौरतलब है कि वर्तमान में एकेएच की मदर एंड चाइल्ड विंग में एसएनसीयू (स्पेशलिटी न्यू बोर्ड बेबी केयर यूनिट) बनी हुई है। इसी यूनिट को अब अपग्रेड किया गया और महिला बाल चिकित्सालय चितौड़गढ़ के सेकंड फ्लोर का चयन कर 30 बेड की मदर एंड न्योनेटल केयर यूनिट बनाई गई। 1.5 करोड़ के बजट में 30 बेड का वार्ड तैयार किए गए। वार्ड में बेड के एमएनसीयू पर महिला व नवजात शिशु को रखा जाएगा।
कंगारू मदर केयर बेड सहित अन्य आधुनिक सुविधाएं
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. महेंद्र बालोत ने बताया कि इस यूनिट में ऐसे बच्चों को रखा जाएगा जिन्हें कोई बड़ी बीमारी नहीं है, लेकिन जन्म के समय कम वजन होने के कारण उन्हें भर्ती रखना पड़ता है। ऐसे बच्चों को भर्ती रखने के दौरान अपनी मां से दूर रखा जाता है। अक्सर ऐसा होता है कि मां को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है लेकिन उनके बच्चों को भर्ती रखने के कारण मां को दूसरे कमरे में रखा जाता है। मां को सिर्फ बच्चे को दूध पिलाने जाने की अनुमति होती है। अब ऐसे बच्चों को उनकी मां के साथ ही रखने के मकसद महिला बाल चिकित्सालय चितौड़गढ़ के सेकंड फ्लोर के एसएनसीयू के समीप ही 30 बेड का एमएनसीयू (मदर एंड न्योनेटल केयर यूनिट) बनकर तैयार हुई है। इसमें मदर एंड न्योनेटल केयर यूनिट स्थापित होगी और इसमें कंगारू मदर केयर बेड होंगे। बच्चों को वार्मर, फोटो थैरेपी, नेबुलाइजर समेत अन्य आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।